छत्तीसगढ़ में 9 अक्टूबर को आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से 38 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की अवैध सामग्री जब्त की गई है। इनमें कैश, शराब, जेवर और हथियार शामिल हैं। सूबे में अचार संहिता के चलते पुलिस और प्रशासन हाई अलर्ट पर है। नक्सल प्रभावित इलाकों में पुलिस नाकाबंदी और चेकपोस्ट बनाकर चुनाव संपन्न कराने की तैयारी में जुटी हुई है।
निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से 29 अक्टूबर तक 38 करोड़ 34 लाख रुपसे से अधिक की अवैध धन राशि तथा वस्तुएं जब्त की गई हैं। इनमें 10 करोड़ 11 लाख रुपये की नकद राशि भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि प्रवर्तन एजेंसियों ने निगरानी के दौरान 29 अक्टूबर तक 30 हजार 840 लीटर अवैध शराब जब्त की है, जिसकी कीमत 90 लाख 87 हजार 532 रुपये है।
अधिकारियों ने बताया कि जांच के दौरान 14 करोड़ 82 लाख 76 हजार रुपये मूल्य के 184 किलोग्राम से अधिक कीमती आभूषण और रत्न भी बरामद किए गए हैं। इसके अतिरिक्त नौ करोड़ 50 लाख रुपये से अधिक मूल्य की अन्य सामग्री भी जब्त की गई है।
राज्य की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले ने विधानसभा चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्यवाही किए जाने के संबंध में सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। राज्य में विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों के जरिए कैश और सामग्री पर निगरानी रखी जा रही है।
छत्तीसगढ़ की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए सात और 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा। पहले चरण में 20 सीटों पर तथा दूसरे चरण में 70 सीटों पर मतदान होगा। मतों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।