चमोली/देहरादून, उत्तराखंड के चमोली जिले में बुधवार तड़के करंट लगने से कम से कम 15 लोगों की मृत्यु हो गई, जबकि कई अन्य बुरी तरह झुलस गए। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है। साथ ही, मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) वी. मुरुगेसन ने पुष्टि की कि करंट लगने से 15 लोगों की मृत्यु की सूचना मिल रही है। एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर और होम गार्ड के तीन जवान भी हादसे का शिकार हुए हैं। जांच जारी है।
चमोली के ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता अमित सक्सेना ने बताया कि मंगलवार रात को बिजली का तीसरा फेस डाउन हो गया था। बुधवार को सुबह तीसरे फेज को जोड़ा गया, जिसके बाद यहां बाजार में चल रहे नमामी गंगे परियोजना के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में करंट दौड़ गया। उन्होंने बताया कि ट्रांसफार्मर से लेकर मीटर तक कहीं एलटी और एसटी के तार नहीं टूटे हैं, मीटर के बाद तारों में करंट दौड़ा है।
सूत्रों ने बताया कि रात में यहां रहने वाले केयर टेकर का सुबह फोन नहीं लग रहा था। जिसके बाद परिजनों ने साइट पर आकर खोजबीन जब पता चला कि केयर टेकर की करंट लगने से मौत हुई है। सूचना मिलते ही परिजनों के साथ कई ग्रामीण भी साइट पर पहुंच गए। जब वे यहां पहुंचे तो पुलिस मामले की जांच कर रही थी। इस दौरान वहां दोबारा करंट फैल गया। जिसकी चपेट में कई लोग आ गए। इससे पीपलकोटी पुलिस चौकी प्रभारी प्रदीप रावत और होमगार्ड मुकंदीलाल भी झुलस गए हैं। हादसे में मरने वालों की संख्या में बढ़ने की आशंका है।
पुलिस उपाधीक्षक प्रमोद शाह ने बताया कि कुछ झुलसे हुए लोगों को जिला अस्पताल भेजा गया है। उनके चिकित्सीय परीक्षण के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही, अधिकारियों को घटना की विस्तृत और गहन जांच के भी निर्देश दिए। उन्होंने चमोली के डीएम से घटना की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि घायलों को देहरादून लाया जा रहा है। उनके इलाज में कोई कमी नहीं होगी।