गणेश महोत्सव 19 सितंबर से शुरू होने जा रहा है. गणेश भक्त शहरभर में पंडाल तैयार कर रहे हैं, तो लाखों भक्त घरों में गणेशजी की स्थापना करने की व्यवस्था करने में जुट गए हैं. भगवान के शृंगार के लिए भक्त किसी भी तरह की कमी छोड़ना नहीं चाहते हैं, इसीलिए गजानन को सजाने के लिए शहर के बाजार सज गए है. सजावट के पीछे भक्त हजारों रुपए खर्च कर रहे हैं.
स्थापना की तैयारी
गणेश महोत्सव पर शहर के मंदिरों में, घरों में और भव्य पंडालों में गणेश प्रतिमा की स्थापना की तैयारी चल रही है. साथ ही भक्त मंदिरों, घरों और पंडालों को सजाने में व्यस्त नजर आने लगे हैं. गणेश जी और उनके पंडालों को सजाने के लिए भक्तों ने तरह-तरह की सजावट सामग्री की खरीदारी शुरू कर दी है. राजधानी में तरह-तरह की आकर्षक सामग्री दुकानों में सजा ली है, जहां खरीदी के लिए भीड़ उमड़ रही है.
तरह-तरह के तोरण कर रहे है आकर्षित : श्रीजी की सजावट के लिए बाजार में ग्रीन तोरण, मोगरा तोरण, गुलाब तोरण, गेंदा तोरण, मेथी मेट, गुलाब मेट, ऑर्किड मेट, घास मेट, गेंदा रिंग, गुलाब हार, मोती हार, मिक्स हार, हीरा हार, गेंदा हार, आर्टिफिशियल बेल के साथ कई तरह के फूलों के तोरण तैयार कर बाजार में लाए गए हैं. इनकी कीमत 100 रुपए दर्जन से 500 रुपए दर्जन के बीच है.
विशेष आसन आकर्षण का केंद्र
गणेशजी के विशेष आसन तैयार हैं. भक्तों की मांग पर आसन को तरह-तरह की सामग्री से सजाया जा रहा है. हर आसन दूसरे से अलग है. व्यापारियों ने बताया कि मंगल मूर्ति की प्रतिमा के अनुसार विशेष डिजाइन तैयार कर रंगों का ध्यान रख आसन बनाए गए हैं. आसन की कीमत 1000 से शुरू है. गणपति को सजाने के पीछे ज्यादातर भक्त कीमत नहीं देखते हैं. सजावट के पीछे हजारों रुपए तक का खर्च किया जाता है.