बलौदाबाजार की रहने वाली सुलोचनी देवांगन जो की बिलासपुर चिंगराजपारा मे शादी होकर गयी थी, 6 अप्रैल को उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में लाश पाई गई. मृतिका के परिजनों का कहना है कि उसकी शादी को लगभग 2 साल हुए हैं. शादी के शुरुआती समय से ही ससुराल पक्ष द्वारा दहेज के लिए महिला को प्रताड़ित किया जा रहा था और महिला के मायके वालों द्वारा दहेज की मांग की जा रही थी. 2 वर्ष पहले महिला की मां ने अपनी पुश्तैनी जमीन बेचकर बेटी की शादी की. मृतिका के पिता नहीं हैं और उसकी मां गरीब परिस्थितियों में रहती है और लोगों के घरों में काम कर अपने परिवार का पालन पोषण करती है.
मृतिका महिला की मां ने आरोप लगाया है कि उसके बेटी के पति अंकित देवांगन, ससुर अशोक कुमार देवांगन, सास उर्वसी देवांगन,जेठ संदीप देवांगन, देवर विक्की देवांगन द्वारा हमेशा से ही पैसों की मांग की जाती थी और वह हर एक दो माह में 10-15 हजार रुपया अपनी बेटी को भेजती थी, बावजूद इसके ससुराल पक्ष वालों का लालच काम नहीं हुआ और आज ससुराल में उनकी बेटी की लाश पाई गई जिसे ससुराल पक्ष वाले आत्महत्या बता रहे हैं जबकि स्थिति देखने पर उसकी हत्या की गई हैऐसा लग रहा है.
मृतिका की मां द्वारा यह भी आरोप लगाया गया है की उसके समधी द्वारा उसे फोन पर यह सूचना दी गई की उसकी बेटी की तबीयत खराब है और अस्पताल लेकर जा रहे हैं परंतु जब मृतिका की माँ अपनी बिलासपुर अपनी बेटी के ससुराल पहुंची तो वहां घर के बाहर भीड़ लगी थी और अंदर जाकर देखा तो उसकी बेटी का शव रखा हुआ था और बेड पर सोफा रखा हुआ था और पंखे से एक कपड़े का फन्दा जैसा बना के लटकाया गया था जिसको देखने से यह प्रतीत होता है कि यह आत्महत्या नहीं जान पूछ कर दहेज के लालचियो ने उसकी बेटी कोमार कर उसकी बेटी की हत्या दहेज की लालच में की है और इस हत्या को आत्महत्या का रूप देने का प्रयास किया जा रहा है ।
मृतिका महिला की माँ ने शासन प्रशासन से गुहार लगाई है कि उनकी बेटी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की निष्पक्ष जांच की जाये ।
