बिलासपुर। जिले में स्कूल खोलने के समय पर परिवर्तन होने के बाद प्रवेश उत्सव की तारीख भी बदल दी गई है। अब 26 जून से स्कूलों में प्रवेश उत्सव मनाया जाएगा। नव प्रवेशित बच्चों को स्वागत के साथ कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा। स्कूलों में इस वर्ष शाला प्रवेश उत्सव को लेकर भव्य आयोजन किए जाएंगे, जिसे लेकर स्कूल शिक्षा विभाग ने सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश जारी किया है।
आठ बिंदु के जारी हुए इस निर्देश में हर तरह से शाला प्रवेश उत्सव को बच्चों के लिए यादगार बनाने पर जोर दिया गया है, वहीं शिक्षा में रुचि बढ़ाने नवाचार करने के निर्देश दिए गए हैं। इस वर्ष का प्रवेश उत्सव 26 जून से जोर-शोर से व्यापक प्रचार-प्रसार के साथ आयोजित किया जाएगा। इसको लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि शाला प्रवेश उत्सव को जन-जन का अभियान बनाने के लिए व्यक्तिगत रूचि लेते हुए इसे सभी स्तर पर सफल बनाएं, ताकि छह से 14 वर्ष के शत प्रतिशत बच्चों का शाला में प्रवेश और ठहराव सुनिश्चित करते हुए उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर समग्र शिक्षा के लक्ष्य का प्राप्ति की जा सके। शाला प्रवेश उत्सव आयोजन के लिए जारी निर्देश में कहा गया है कि सत्र की शुरूआत एक उत्सव के रूप में हो, बच्चों में पालकों के लिए यह दिन विशेष तौर पर यादगार बन सके।
इसके लिए राज्य स्तर पर चयनित किसी एक स्कूल में, सभी जिला एवं विकासखण्डों में किसी एक चयनित शाला में सभी शाला संकुलों में और सभी शालाओं में अपने-अपने स्तर पर अपनी- अपनी क्षमतानुसार प्रवेशोत्सव का आयोजन किया जाए। शाला प्रवेश उत्सव के विशेष शुरूआती कार्यक्रम के लिए समय निर्धारित करते हुए प्रारंभ में राजगीत, राष्ट्रगान, सम्मानीय अतिथियों का स्वागत एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया जाए। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री के संदेश का वाचन के बाद नव प्रवेशित बच्चों का मिठाई, गुलाल, पुस्तक एवं गणवेश वितरण कर प्रतिभाशाली बच्चों का सम्मान एवं स्वागत किया जाएगा।