जमीन विवाद को लेकर छह लोगों की हत्या में सीएम योगी ने बड़ा एक्शन लिया है। लापरवाही में राजस्वकर्मियों और पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है। कुछ को निलंबित किया गया है तो कुछ का स्थानांतरण और विभागीय कार्रवाई का दंड मिला है। सीएम योगी ने एसडीएम, दो तहसीलदार समेत 15 लोगों को निलंबित कर दिया है। सस्पेंड किए गए लोगों में सीओ, तीन लेखपाल, थाना प्रभारी, एक हेड कांस्टेबल, 4 कांस्टेबल और 2 हल्का प्रभारी शामिल हैं। सीएम योगी ने देवरिया में हुई घटना की गहन समीक्षा के बाद कहा कि दोषी कोई भी होगा बचेगा नहीं। तहसीलदारों और क्षेत्राधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी होगी।
देवरिया में गांधी जयंती के दिन जमीन के विवाद में एक पक्ष के मुखिया की हत्या के बाद उसके परिजनों ने हमला बोल कर दूसरे पक्ष के पांच लोगों की हत्या कर दी थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएम योगी ने तत्काल लखनऊ से प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार को देवरिया भेजा था।
अधिकारियों से रिपोर्ट भी तलब की थी। रिपोर्ट मिलते ही योगी का एक्शन हुआ है। शासन की रिपोर्ट में देवरिया की तहसील एवं थाना रूद्रपुर स्थित ग्राम फतेहपुर में घटना के संबंध में दोषी कर्मचारी/अधिकारी की घोर लापरवाही एवं कर्तव्यपालन में शिथिलता मिली है।
मारे गए सत्य प्रकाश दुबे ने ग्राम समाज की भूमि पर अवैध कब्जा के संबंध में आईजीआरएस के अंतर्गत अनेक शिकायतें मुख्यमंत्री संदर्भ के रूप में आनलाइन पुलिस विभाग/राजस्व विभाग को भेजी गई थीं। दोनों विभाग के संबंधित अधिकारियों ने मामले को गम्भीरतापूर्व लेकर निस्तारण नहीं कराया था। इस पर मुख्यमंत्री ने राजस्व एवं पुलिस विभाग के विभिन्न अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिए।