छत्तीसगढ़ की सरकार अब दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा को साल में दो बार कराने जा रही है। प्रदेश में बोर्ड परीक्षा को दो बार कराने को लेकर व्यवस्था बनाई जा रहा है। साल 2025 से इस नई व्यवस्था की शुरूआत की जाएगी। बच्चों के मानसिक तनाव को खत्म करने के लिए यह व्यवस्था कारगर साबित होगी।
बतादें कि साल 2024 में 1 मार्च से छत्तीसगढ़ में दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा शूरू होने वाली है। इस साल बोर्ड परीक्षा में करीब सवा छह लाख छात्र परीक्षा देंगे। इसके बाद सत्र 2025-26 से नई व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। जिसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बदल जाएगा। दो बार बोर्ड परीक्षा कराने को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार के शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि नए सत्र 2025-26 से बोर्ड परीक्षा को लेकर नई व्यवस्था बनाई जा रही है। अब छत्तीसगढ़ में दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजित की जाएगी। इस तरह की व्यवस्था से बच्चों और उनके परिजनों का मानसिक तनाव कम होगा।
10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में नई व्यवस्था लागू होने से छात्रों को इसका फायदा मिलेगा। इस व्यवस्था से बोर्ड एग्जाम को लेकर छात्रों का मानसिक तनाव कम होगा। इसमें कोर्स को अलग-अलग दो हिस्सों में बांटा जाएगा, जिससे छात्रों को फायदा होगा। बता दे की शिक्षण सत्र 2024-25 सिंगल बोर्ड परीक्षा का आखिरी सत्र होगा, इसके बाद बोर्ड परीक्षा को दो भागों में बांटा जाएगा। बताया जा रहा है कि कुछ इस तरह की व्यवस्था सीबीएसई बोर्ड भी करने जा रहा है। जिसको लेकर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बच्चों को परीक्षा के ऑप्शन देते हुए इस बात का संकेत भी दिया था। ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में सीबीएसई बोर्ड भी दो बार परीक्षा कराने को लेकर आदेश जारी कर सकता है।