रेलवे के एक कोच में आग लगने के कारण कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई।
मदुरै के यार्ड में खड़ा रेलवे का यह स्लीपर कोच एक प्राइवेट पार्टी द्वारा आईआरसीटीसी के माध्यम से ऑनलाइन बुक किया गया था और अवैध रूप से ले जाए जा रहे रसोई गैस सिलेंडर की वजह से यह हादसा हुआ है।
दक्षिण रेलवे के प्रवक्ता ने यहां बताया कि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। दक्षिण रेलवे के महाप्रबंधक, मदुरै के मंडल रेल प्रबंधक एवं वरिष्ठ अधिकारी पहुंच गए थे।
घटना के बारे में प्रवक्ता ने बताया कि शनिवार को सुबह 5.15 बजे को एक निजी पार्टी द्वारा बुक किए गए कोच में आग लगने की सूचना मिली। यह कोच मदुरै यार्ड में खड़ा/पार्क किया गया था। तुरंत दमकल गाड़ियों को बुलाया गया जो 5.45 बजे पहुंची और 07:00 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया।
किसी अन्य कोच को कोई नुकसान नहीं हुआ। इस हादसे में 10 लोगों के मरने की खबर है। जबकि 7 अन्य घायल हुए हैं जिन्हें अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया है।
प्रवक्ता ने कहा कि इस कोच में लखनऊ से 65 यात्रियों की निजी पार्टी थी जो ट्रेन संख्या 16730 (मदुरै – पुनालुर एक्सप्रेस) से आज सुबह 3.47 बजे मदुरै पहुंचा था। पार्टी कोच को अलग कर दिया गया और मदुरै स्टेबलिंग लाइन पर खड़ा कर दिया गया। जब कोच पार्क किया गया तो निजी पार्टी कोच में पार्टी के कुछ सदस्य चाय/नाश्ता तैयार करने के लिए अनधिकृत रूप से अवैध रूप से तस्करी किए गए रसोई गैस सिलेंडर का उपयोग कर रहे थे, जिसके कारण कोच में आग लग गई। आग लगने की सूचना पर अधिकांश यात्री कोच से बाहर निकल गए। कोच अलग होने से पहले ही कुछ यात्री प्लेटफार्म पर उतर चुके थे।
प्रवक्ता ने कहा कि इस यात्री दल ने अपनी यात्रा 17 अगस्त को लखनऊ से शुरू की थी और कल 16824 एक्सप्रेस द्वारा चेन्नई लौटने वाला था। इसके बाद इसे वहीं से लखनऊ लौटना था।
प्रवक्ता ने कहा कि रेलवे द्वारा मानवीय आधार पर हरेक मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि का भुगतान किया जा रहा है।