केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अपने वोट बैंक से डरते हैं और यही कारण है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का न्योता मिलने के बाद भी अयोध्या नहीं आये।
इस्लामिया इंटर कॉलेज के मैदान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी दुर्विजय सिंह शाक्य के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुये उन्होने कहा “ कांग्रेस ने राम मंदिर को अटका रखा था, श्री मोदी दूसरी बार प्रधानमंत्री बने और उन्होंने राम मंदिर निर्माण की सभी मुश्किलों को आसान कर दिया और 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा कर श्री रामलला को टैंट से भव्य मंदिर में स्थापित हो गए। श्रीराम ने अपना जन्मदिन भव्य मंदिर में मनाया और उनके मस्तक पर सूर्य का तिलक भी हो गया। हमने राहुल, अखिलेश, डिम्पल और मायावती को प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण दिया था लेकिन ये लोग नहीं आए क्योंकि वह अपने वोट बैंक से डरते हैं। उनका डर उनको मुबारक हम भाजपा वाले वोट बैंक से नहीं डरते हैं।”
उन्होने कहा “ हमने औरंगजेब का दरबार तोड़कर काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण करवाया। महाकाल का भव्य दरबार सजाने का काम किया। केदारनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम को पुनर्जीवित किया। कांग्रेसी कहते थे कि यदि धारा 370 हटी तो कश्मीर में खून की नदियां बह जाएंगी, लेकिन जब हमने धारा 370 हटाई तो खून की नदियां तो छोड़ो एक पत्थर भी नहीं चला, ये मोदी सरकार का जज्बा है कि आज हमारा तिरंगा कश्मीर के लाल चौक में सम्मान के साथ फहर रहा है। आज लालचौक पर कृष्ण जन्माष्टमी का जुलूस बड़ी शान के साथ निकलता है। मोदी ने देश में आतंकवाद को समाप्त करने का काम किया है।”
श्री शाह ने कहा कि आज मोदी सरकार में पाकिस्तान की कुछ भी गलत करने की हिम्मत नहीं है, जबकि यही पाकिस्तान कांग्रेस सरकार में आए दिन कोई न कोई कांड करता रहता था। उसने पुलवामा अटैक कर एक भूल कर दी थी जिसका जबाव इतना तगड़ा दिया गया कि आज तक उसकी हिम्मत नहीं पड़ रही है।
उन्होने कहा कि वह सबसे पहले वेदों की भूमि बदायूं को प्रणाम करते हैं। उन्होने कहा “आप सभी को कमल के निशान पर बटन दबाएंगे तो वह वोट नरेन्द्र मोदी को जाएगा। यह चुनाव नरेन्द्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का है, इसके साथ-साथ केरल से लेकर कश्मीर तक आतंकवाद को समाप्त करने का है। छत्तीसगढ़ के नक्सलवाद को समाप्त करने का चुनाव है। पूरे उप्र से गुंडों से मुक्त कराने का चुनाव है। इसलिए आप सभी सात मई को कमल निशान पर बटन दबाना।”
