लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस मध्य प्रदेश में अपने संगठन को चुस्त दुरुस्त कर लेना चाहती है। यही वजह है कि कांग्रेस लगातार संगठन में फेरबदल कर रही है। अब कांग्रेस ने प्रदेश कार्यकारिणी को भंग कर दिया है। समाचार एजेंसी यूनिवार्ता की रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस महासचिव एवं मध्य प्रदेश के प्रभारी जितेंद्र सिंह ने भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पार्टी के जिलाध्यक्षों, पार्टी विधायकों, जिला प्रभारियों और संगठन मंत्रियों के साथ एक बैठक की।
बैठक में जितेंद्र सिंह के अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव, कांतिलाल भूरिया और अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी को पार्टी के केंद्रीय संगठन ने भंग कर दिया है।
उन्होंने बताया कि केंद्रीय संगठन ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भंग करने का फैसला लिया है। कमेटी के पदाधिकारी भी अब पद पर नहीं रहेंगे। हालांकि जिले के प्रभारी और सह प्रभारी आगामी आदेश तक अपने पद पर काम करते रहेंगे।
बैठक में नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने हाल ही में विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के संदर्भ में कहा कि वर्तमान दौर संघर्ष और चुनौती वाला है, लेकिन असंभव कुछ नहीं है। समर्पण भाव से कार्य करने की आवश्यकता है। मैं नहीं हम भाव को सर्वोपरि रखकर एकजुटता के साथ काम करने की जरूरत है। हम सभी संघर्षभरी यात्रा में जरूर सफल होंगे।
सूत्रों की मानें तो लोकसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर उक्त बैठकें बुलाई गई थीं। इनमें लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर भी चर्चा की गई। उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस के केंद्रीय संगठन ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से कमलनाथ को हटा दिया था। कमलनाथ की जगह जीतू पटवारी को पदस्थ किया गया है। अब प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भी भंग कर दिया गया है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले सूबे में अपने संगठन को दुरुस्त कर लेना चाहती है।