अम्बिकापुर. कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार ने नानदमाली, बड़ादमाली, बेलखरिखा, मानिकप्रकाशपुर, सहित आधा दर्जन गांवों में पहुंचकर स्वयं किसानों से अल्पवर्षा की स्थिति में खेतों की सिंचाई और धान के बदले अन्य फसल के विकल्प पर सीधा फीडबैक लिया। जिले में कम वर्षा की स्थिति बनी हुई है। इनमें मुख्य रूप से अम्बिकापुर, लुण्ड्रा और दरिमा तहसील शामिल है। ऐसे में किसानों की सुविधा के लिए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने कलेक्टर ने स्वयं जायजा लिया और किसानों से सूखा राहत पर सीधे संवाद किया। मानिक प्रकाशपुर गांव में किसान सत्यनारायण और गणेश से उन्होंने बात की और फसल पर बात की। किसानों ने बताया कि सप्ताह दस दिन और वर्षा का इंतजार करेंगे। इसी तरह बेलखरिखा के किसानों से भी कलेक्टर ने चर्चा की। कलेक्टर ने उपसंचालक कृषि को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत पंजीयन और पीएम किसान सम्मान निधि के तहत ई केवाईसी का कार्य युद्धस्तर पर किया जाए जिससे किसानों को सहूलियत हो।
वहीं बड़ादमाली और नानदमाली में ग्रामीणों और किसानों के बीच प्रशासनिक अमले के साथ पहुंचकर कलेक्टर ने सिंचाई व्यवस्था की समस्या पर विस्तार से चर्चा की। कार्यपालन अभियंता जल संसाधन विभाग ने बताया कि नजदीकी बरनई बांध से नहर के माध्यम सिंचाई के लिए प्रतापपुर, भालूकछार, जमगवां सहित 14 गांवों को पानी दिया जा रहा है। वर्तमान में बांध में 2.63 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी उपलब्ध है। इससे पिछले वर्ष बांध में 2.94 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी रहा। कलेक्टर ने वर्षा की स्थिति का भी आकलन किया। भू अभिलेख अधीक्षक ने बताया कि बीते वर्ष 12 अगस्त से सितंबर के बीच अच्छी वर्षा दर्ज की गई थी। कलेक्टर ने अधिकारियों से बड़ादमाली और नानदमाली में सिंचाई व्यवस्था सुनिश्चित करने पर जानकारी ली। जिसपर ईई जल संसाधन विभाग ने बताया कि स्थाई समाधान हेतु लेवल डेप्थ का सर्वे का कार्ययोजना बनाई जाएगी और जल वितरण सुनिश्चित किया जायेगा। कलेक्टर ने त्वरित व्यवस्था करते हुए बड़ादमाली में बांध से लिफ्ट एरिगेशन हेतु गाद निकालने और पंप सुधार करके किसानों को सुविधा देने के निर्देश दिए।
बाइक से नानदमाली के अंदरूनी क्षेत्र पहुंचे कलेक्टर, सिंचाई व्यवस्था सुनिश्चित करने ग्रामीणों और प्रशासन के सामूहिक प्रयास चैनल की सफाई करने की अपील- इसके बाद ग्रामीणों की मांग पर कलेक्टर ने बाइक से पहुंचकर नानदमाली गांव के अंदरूनी क्षेत्र में सिंचाई व्यवस्था का जायजा लिया। कलेक्टर द्वारा ग्रामीणों से विस्तार से चर्चा कर त्वरित समाधान निकाला गया। कलेक्टर ने पंचायत विभाग को नरवा योजना के अंतर्गत यहां नरवा के माध्यम से नजदीकी पहाड़ से निचले क्षेत्र में आने वाले पानी को विभिन्न अधोसंरचना बनाते हुए सिंचाई के लिए उपलब्ध कराने निर्देशित किया। उन्होंने ग्रामीणों को प्रशासन के साथ सामूहिक प्रयास कर वर्तमान में व्यवस्था सुनिश्चित करने पहले से बने चैनल की सफाई करने की अपील की। जिससे वर्षा होने पर व्यवस्थित माध्यम से कृषि हेतु पानी किसानों को मिलता रहे। उन्होंने यहां निर्मित हाथीबेड व्यपवर्तन योजना के सुधार के भी निर्देश दिए। इस दौरान ग्रामीणों ने पेयजल की भी समस्या भी कलेक्टर के समक्ष रखी, जिसपर कलेक्टर ने ईई पीएचई को आवश्यक कार्यवाही करने निर्देशित किया। इसी कड़ी में कलेक्टर ने कुंवरपुर जलाशय एवं बांध का भी निरीक्षण किया। कलेक्टर ने बताया कि वर्तमान में जिले में सूखे की स्थिति नहीं है। विपरीत परिस्थितियों के लिए जिला प्रशासन द्वारा तैयारी की गई है। जिला प्रशासन द्वारा रोजगार मूलक विभिन्न निर्माण कार्यों के प्रस्ताव तैयार मनरेगा के तहत पंचायतों से प्राप्त हुए हैं, जिनकी स्वीकृति दी जा रही है। ग्रामीणों और किसानों की मदद हेतु शासन के निर्देशानुसार हर संभव प्रयास किया जा रहा है। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री एएल ध्रुव, सीईओ जिला पंचायत श्री नूतन कुमार कंवर, एसडीएम एवं समस्त प्रशासनिक अमला सहित ग्रामीणजन मौजूद रहे।