प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा है कि मोदी सरकार की स्पष्ट नीति है पेट्रोल डीजल के दामों को बढ़ाकर मुनाफाखोरी करो और पेट्रोलियम कंपनियों को मुनाफाखोरी करने दो और जनता महंगाई के बोझ तले दबे रहे। बीते तीन माह में अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल के कीमतों में लगभग 20 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है लेकिन राष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल एवं डीजल के कीमतों में किसी प्रकार से संशोधन नहीं किया गया है. जनता पर मोदी निर्मित महंगाई दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है पेट्रोल डीजल के दामों में बढ़ोतरी का फर्क किचन से लेकर खेत खलिहान तक, स्कूल से लेकर कॉलेज तक और फैक्ट्री तक दिखता है। हर आवश्यक वस्तुओं के दामों में तेजी होता, लेकिन आम लोगों के आय में किसी प्रकार से कोई बढ़ोतरी नहीं होती है। शासकीय कर्मचारियों को बढ़ती महंगाई से राहत देने केंद्र सरकार महंगाई भत्ता में बढ़ोतरी कर देती है इससे कुछ राहत कर्मचारियों को मिलता है लेकिन आम जनता, किसान, युवा, व्यापारी, महिलाए, मजदूर, रेहड़ी खोमचा वालों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार कोई पॉलिसी नहीं बनाती है बीते 10 वर्षों में मोदी सरकार आम जनता की जेब से पेट्रोल डीजल की मुनाफाखोरी करके 35 लाख करोड़ से अधिक की राशि निकाल चुकी है और आज भी जनता को निचोड़ रही है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा है कि जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी तब डीजल पर मात्र 3 रूपया 54 पैसा प्रति लिटर की दर से सेंट्रल एक्साइज हुआ करता था, जिसे केंद्र की मोदी सरकार ने 31 रूपया प्रति लीटर तक बढ़ाने के बाद वर्तमान में भी लगभग 27 रूपया प्रति लिटर की दर वसूल रही है। केंद्र की मोदी सरकार के 10 गुना मुनाफाखोरी के चलते हैं आज डीजल पेट्रोल 100 के आसपास है, जबकि क्रूड ऑयल का दाम 2014 की तुलना में लगभग आधे दर पर है लेकिन इसका लाभ आम जनता के बजाय केंद्र की सरकार और पेट्रोलियम उत्पादक कंपनियां के खजाने में जा रहा है।
ररार
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा है कि मोदी भाजपा की सरकार यानी जनता के ऊपर महंगाई की मार विपक्ष में रहते भाजपा ने 410 रुपए के रसोई गैस को और 60 रू प्रति लीटर के पेट्रोल को महंगा बता कर विरोध प्रदर्शन करते थे वहीं भाजपा की केंद्र सरकार अब लगभग 1000 रू में रसोई गैस की सिलेंडर दे रही है और 100 रू लिटर करीब डीजल की कीमत वसूल रही है और मोदी सरकार महंगाई को राष्ट्रवाद का चोला ढककर जनता की आवाज को दबा और कुचल रही है। विपक्ष जब जनता की आवाज उठाती है तो सवालों का जवाब देने के बजाय भाजपा की सरकार विपक्ष से ही सवाल पूछता है।