रायपुर- छत्तीसगढ़ का मत्स्य बीज उत्पादन के क्षेत्र में देश में छठवां स्थान है। मत्स्य बीज उत्पादन के मामले में राज्य आत्मनिर्भर तो है ही राज्य के मत्स्य किसानों की आवश्यकता पूर्ति करने के साथ-साथ ओडिशा, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार और उत्तरप्रदेश के किसानों को भी मत्स्य बीज का निर्यात किया जा रहा है। वर्ष 2019-20 में राज्य में 265 करोड़ मानक फ्राई मत्स्य बीज का उत्पादन किया गया था। वर्ष 2020-21 में 285 करोड़ मानक फ्राई मत्स्य बीज उत्पादन का लक्ष्य है।
मत्स्य पालन विभाग के संचालक से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के मत्स्य कृषकों द्वारा नवीनतम तकनीक से मत्स्य बीज का उत्पादन किया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर मत्स्य बीज उत्पादन से किसानों को समय पर उन्नत मत्स्य बीज कम लागत में मिल जाते हैं। मत्स्य बीज उत्पादन का कार्य निजी तथा शासकीय स्तर पर और छत्तीसगढ़ मत्स्य महासंघ द्वारा किया जा रहा है। मत्स्य प्रक्षेत्रों के रख-रखाव और सुधार कार्य करने के बाद आगामी वर्षा ऋतु में मत्स्य संचयन के लिए मत्स्य बीज का उत्पादन निजी क्षेत्र में प्रारंभ हो गया है। ग्रीष्म ऋतु में उत्पादित मत्स्य बीज को बोन्साई बनाकर वर्षा ऋतु में प्रदेश के मत्स्य कृषकों को उपलब्ध कराया जाता है, जिससे कम समय में उनकी वृद्धि दर अधिक होती है।