महिला आरक्षक ने दी आत्मदाह की धमकी, कहा- अधिकारी मुझ पर गंदी नजर रखते हैं

प्रादेशिक मुख्य समाचार

कांकेर जिले में महिला पुलिस आरक्षक पद्मिनी साहू ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर आत्मदाह करने की धमकी दी है। इधर पुलिस अधिकारियों ने भी महिला आरक्षक पर अनुशासनहीनता के गंभीर आरोप लगाए हैं। फिलहाल कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला ने मामले में जांच कमेटी गठित कर दी है।

जानकारी के मुताबिक, महिला आरक्षक पद्मिनी साहू कार्यालय कांकेर में महिला प्रकोष्ठ में कार्यरत है। एडिशनल एसपी रत्ना सिंह ने बताया कि उसके खिलाफ लगातार अनुशासनहीनता और कार्य में लापरवाही का मामला सामने आ रहा था। पुलिस अधिकारियों ने ये शिकायत भी की थी कि अपनी मर्जी करते हुए पद्मिनी साहू ने एक साथ 4 दिन की उपस्थिति रजिस्टर में लगा दी और फिर ड्यूटी से गायब हो गई। जब उसकी ये चोरी पकड़ी गई, तो उसे विभाग ने नोटिस जारी किया।

एडिशनल एसपी रत्ना सिंह ने बताया कि महिला आरक्षक को नोटिस जारी करने के बाद उसने अपने अधिकारियों और एक महिला सहकर्मी पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। महिला आरक्षक ने कलेक्टर से शिकायत करते हुए 19 मई को आत्मदाह करने की धमकी दी है, जिसके बाद कलेक्टर ने जांच कमेटी गठित कर दी है।

कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर महिला आरक्षक ने दी आत्मदाह की धमकी।

कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर महिला आरक्षक ने दी आत्मदाह की धमकी।

महिला आरक्षक पद्मिनी साहू ने अधिकारियों पर गंदी नीयत रखने का भी आरोप लगाया है। उसने अपने ज्ञापन में लिखा है कि वो अविवाहित है और उस पर पुलिस विभाग के कई अधिकारी गंदी नजर रखते हैं। जब उसने उनकी डिमांड को पूरा नहीं किया, तो अब उसे प्रताड़ित कर रहे हैं, इन सबसे तंग आकर वो 19 मई को कलेक्टर कार्यालय परिसर में आत्मदाह करना चाहती है, इसके लिए अनुमति दें।

एडिशनल एसपी रत्ना सिंह ने दी मामले की जानकारी।

एडिशनल एसपी रत्ना सिंह ने दी मामले की जानकारी।

ASP रत्ना सिंह ने दी मामले की जानकारी

ASP ने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद जो भी आरोपी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस मामले में एसपी शलभ सिन्हा ने जानकारी दी थी कि पुलिस विभाग के महिला सेल में पदस्थ महिला आरक्षक ने 21 मार्च 2023 से 24 मार्च 2023 तक का अटेंडेंस एक साथ लगा दिया और उसके बाद ड्यूटी से नदारद हो गई। इस महिला आरक्षक के साथ एक और महिला आरक्षक ने भी यही गलती की थी, लेकिन जब इनकी चोरी पकड़ी गई, तब दूसरी आरक्षक ने तो अपनी गलती स्वीकार कर ली, लेकिन महिला आरक्षक पद्मिनी साहू ने नोटिस का जवाब तक नहीं दिया और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों पर ही प्रताड़ना के आरोप मढ़ दिए।

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