रायपुर। राजधानी में ED की बड़ी कार्रवाई चल रही है। क्रिप्टो करेंसी मामले में ईडी ने गौरव मेहता के ठिकानों पर दबिश देते हुए छापामार कार्रवाई की है। पूरा मामला बिटकाइन से जुड़ा हुआ है। इस मामले में गौरव का नाम सामने आने के बाद ईडी एक्शन मोड पर है।
गौरव मेहता एक कंसल्टेंसी के लिए काम करता है। यह कंसल्टेंसी महाराष्ट्र की पुणे पुलिस को अमित भारद्वाज के 6600 करोड़ के क्रिप्टो करेंसी घोटाले की चल रही जांच में मदद कर रही थी। मंगलवार को पूर्व आईएएस रविंद्रनाथ पाटिल ने दावा किया था कि गौरव मेहता से सुप्रिया सुले और नाना पटोले ने संपर्क किया था। महाराष्ट्र में हो रहे विधानसभा चुनाव में उपयोग के लिए बिटकाइन नकद की मांग की थी।
PMLA के तहत हो रही कार्रवाई
ईडी ने राजधानी रायपुर स्थित मेहता के ठिकानों पर पीएमएलए के प्रावधानों के तहत छापामार कार्रवाई की है। जो अब भी जारी है। इसे लेकर महाराष्ट्र की राजनीति भी गरमाई हुई है। राजधानी से लेकर समूचे छत्तीसगढ़ में भी ईडी की इस कार्रवाई की चर्चा छिड़ी हुई है।
भाजपा ने लगाया था आरोप
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने एनसीपी शरद पवार की नेता एवं बारामती लोकसभा सीट से सांसद सुप्रिया सुले और कांग्रेस नेता नाना पटोले पर विधानसभा चुनाव में अवैध रूप से बिटकाइन के इस्तेमाल का आरोप लगाया था। भाजपा के नेताओं ने आरोपों की पुष्टि के लिए आडियो रिर्काडिंग जारी किया था जिसमें सुप्रिया सुलेकी आवाज होने का आरोप लगाया है।