रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने तेज़ी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण और इसकी आड़ में चल रहे गोरखधंधों को रोकने में प्रदेश सरकार की नाकामी को लेकर निशाना साधा है। श्री उपासने ने कहा कि एक तरफ प्रदेश में मिलावटी सेनिटाइज़र बेचे जाने की ख़बरें सुर्खियों में हैं वहीं दूसरी तरफ प्रदेश सरकार का शुक्रवार से ख़त्म हुआ लॉकडाउन का प्रयोग भी नाकारा साबित हुआ है। यह राज्य सरकार की मिलावटखोरों को संरक्षण और कोरोना की रोकथाम के प्रति सरकार के अविचारित नज़रिए का परिचायक है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री उपासने ने प्रदेश में इन दिनों सरकार की नाक के नीचे मिलावटी सेनिटाइज़र के बेधड़क चल रहे गोरखधंधे को लेकर प्रदेश सरकार और अफ़सरशाही की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा किया है। श्री उपासने ने कहा कि प्रदेश में अब बिना लाइसेंस के सेनिटाइज़र बनाने और बेचने का गोरखधंधा खुलेआम चल रहा है और शासन-प्रशासन इस ओर से आँखें मूंदे बैठे हैं। इस सेनिटाइज़र में भारी मिलावट कर मापदंड की अनदेखी की जा रही है। श्री उपासने ने दावा किया कि बाजार में बिक रहे इस ग़ैर लाइसेंसी सेनिटाइज़र में अल्कोहल निर्धारित मात्रा से आधे से भी कम होने की शिकायत सामने आ रही हैं, जबकि सेनिटाइज़र में अल्कोहल की मात्रा 90 फीसदी होना निर्धारित है। इस पर तुरंत रोक लगाई जानी चाहिए।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री उपासने ने कहा कि पिछले एक पखवाड़े के लॉकडाउन पीरियड में प्रदेश में कोरोना संक्रमितों के रिकॉर्ड मामले सामने आए हैं। यह तथ्य इस बात की तस्दीक कर रहा है कि प्रदेश सरकार कोरोना के मोर्चे पर शुरू से लेकर अब तक बुरी तरह विफल है। हैरत की बात है कि जब लॉकडाउन में कोरोना संक्रमितों का आँकड़ा चिंताजनक स्तर पहुँच चुका है तो फिर लॉकडाउन का मतलब ही क्या रहा? श्री उपासने ने कहा कि प्रदेश सरकार की लापरवाही और अविचारित फैसलों के कारण यह लॉकडाउन बेवज़ह साबित हुआ। इसके चलते लोग बिलावज़ह परेशान हुए, रोज़ कमाने-खाने वाले ग़रीब-मज़दूरों, ठेले-खोमचे वालों और छोटी नौकरियाँ कर परिवार चलाने वालों के सामने आर्थिक दिक्कतें खड़ी हुईं।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री उपासने ने कटाक्ष किया कि कोरोना की रोकथाम के लिए लॉकडाउन को ज़रूरी मान रही प्रदेश सरकार अब यह बताए कि जब केंद्र सरकार ने लॉकडाउन का फैसला किया था तो किस आधार पर प्रदेश सरकार और कांग्रेस इस फैसले पर हायतौबा मचा रही थी? केंद्र सरकार के फैसले के विरोध के पीछे प्रदेश सरकार और कांग्रेस का कहीं शराब बेचने का उतावलापन तो मुख्य वज़ह नहीं था? श्री उपासने ने कहा कि जिस लॉकडाउन पीरियड में कोविड सेंटर्स आत्महत्या और यौन उत्पीड़न के मामलों के कारण चर्चा के केंद्र बन गए, उस लॉकडाउन ने प्रदेश सरकार के मनमाने फैसलों में छिपी बदनीयती और झूठे दावों की पोल खोलकर प्रदेश सरकार के राजनीतिक चरित्र को बेनक़ाब कर दिया है।