23 जुलाई को कुशाभाउ ठाकरे भवन, डूमरतराई, रायपुर में सहारा समूह के कार्यकर्ताओं को मिलने हेतु समय दिया गया। सहारा रिफण्ड हेतु सहकारिता विभाग द्वारा बनाए एवं दिनांक 18 जुलाई को लान्च किये गये वेबपोर्टल में भुगतान के संबंध में जो कमियां हैं उन्हें सुधरवाने एवं जमा धनराशि की विलम्ब अवधि के ब्याज सहित पूर्ण भुगतान के लिए हेतु भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता माननीय श्री संजय श्रीवास्तव जी के नेतृत्व में माननीय श्री अमित शाह जी, सहकारिता मंत्री, भारत सरकार को ज्ञापन सौंपा गया।
सहारा इण्डिया के करोड़ों जमाकर्ताओं का जमा धनराशि लगभग एक दशक से लंबित होने से जमाकर्ताओं को हो रही पीड़ा को माननीय प्रधानमंत्री जी एवं माननीय सहकारिता मंत्री जी द्वारा संज्ञान में लेकर वित्त मंत्री एवं अन्य विभागों के सहयोग से उनके नेतृत्व में सहारा समूह के 04 सहकारी सोसाइटियों में जमाकर्ताओं की विभिन्न योजनाओं में जमा धनराशि का कॉमन सर्विस सेन्टर के माध्यम से ग्राहकों के बैंक खातों में सीधे भुगतान की शुरूआत करने हेतु वेबपोर्टल बनाकर भुगतान की व्यवस्था बनायी गयी। इस हेतु सहारा पीड़ित जमाकर्ता एवं कार्यकर्ता कल्याण संघ के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं अति महत्वपूर्ण आवश्यक कार्य हेतु माननीय सहकारिता मंत्री जी का कमल पुष्पमाला भेंट कर, धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया साथ ही सहारा पीड़ित जमाकर्ता एवं कार्यकर्ता कल्याण संघ द्वारा उक्त पोर्टल की कमियों/आवश्यकताओं के विषय मंत्री महोदय को एक ज्ञापन सौंपा।
इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष माननीय श्री अरूण साव जी ने भरोसा दिलाया और कहा कि भुगतान हेतु हर जिले में कम से कम 02 सेवा केन्द्र खोले जाएंगे और पोर्टल की कमियों के संबंध में आप लोगों द्वारा बताए गये सुझावों/आवश्यकताओं को आगे पहुंचाया जाएगा। वे स्वयं इस मुद्दे को संसद भवन में उठा चुके हैं। उनके साथ प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री रमन सिंह भी इस मौके पर उनके साथ उपस्थित थे।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता श्री संजय श्रीवास्तव जी ने माना कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में लगभग 18 लाख से अधिक पीड़ित परिवारों का लगभग 15 हजार करोड़ से अधिक रकम उक्त सोसाइटियों में जाम है। सभी पीड़ित परिवारों को राहत एवं न्याय दिलाने हेतु सहारा पीडित जमाकर्ता एवं कार्यकर्ता कल्याण संघ को उनका सतत् सहयोग मिलता रहेगा।
उक्त गरिमामय कार्यक्रम में सहारा पीड़ित जमाकर्ता एवं कार्यकर्ता कल्याण संघ के रायपुर के अलावा दुर्ग, राजिम, गुरुर, धमतरी, महासमुंद, बिलासपुर आदि जिलों के 100 से अधिक पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं शामिल हुए।