धरना प्रदर्शन और बिना सूचना के जिला कार्यालय का घेराव करना ग्रामीणों को भारी पड़ गया. जिला कार्यालय में अनाधिकृत तरीके से प्रवेश कर परिसर के अंदर नारेबाजी कर सरकारी काम में बाधा डालने वाले लोगों के खिलाफ खैरागढ़ थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है. पूरा मामला जिला कार्यालय खैरागढ़ का है.
प्रभारी सचिव सर्व विभाग की कामकाजी बैठक ले रहे थे. इस दौरान ग्राम विचारपुर, पंडरिया,संडी के कुछ ग्रामीणों ने अचानक बिना किसी पूर्व सूचना के कलेक्ट्रेट का घेराव कर दिया और जमकर नारेबाजी करने लगे. ग्रामीण अपने क्षेत्र में खुलने वाली सीमेंट फैक्ट्री का विरोध करने कलेक्ट्रेट पहुंचे थे, लेकिन जिला कार्यालय में प्रभारी सचिव सभी विभाग की बैठक ले रहे थे, जिसके कारण कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा ग्रामीणों से नहीं मिल सके.
खैरागढ़ एसडीएम टंकेश्वर साहू ने प्रदर्शनकारियों को समझा बुझाकर वहां से हटाया, लेकिन जैसे ही प्रभारी सचिव कार्यालय से निकले तभी फिर से सभी लोग जिला कार्यालय के मुख्य द्वार पर एकत्रित हो गए और इरादतन घेराव का प्रयास करने लगे. मौके पर मौजूद अधिकारी भीड़ को समझाइश देते रहे, लेकिन भीड़ समझने का नाम नहीं ले रही थी. कार्यालय का मुख्य द्वार घेरकर भीड़ लगातार जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रही थी.
ग्रामीणों के प्रदर्शन के चलते आमजन और अधिकारी कर्मचारी समेत सभी लोग जिला कार्यालय आने और वहां से बाहर जाने में बड़ी परेशानी का सामना कर रहे थे. ऐसे में जिला कार्यालय अधीक्षक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए खैरागढ़ थाने में वीरेंद्र जंघेल, श्रवण जंघेल, नोहर जंघेल ,नारायण जंघेल, खेलन वर्मा और पंडरिया निवासी ज्योति जंघेल समेत अन्य सभी प्रदर्शनकारियों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने की शिकायत दर्ज कराई है.