रायपुर। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने छत्तीसगढ़ प्रवास में भाजपा पर संविधान बदलने काआरोप लगाया हैं,जिसका भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता ने सोमवार को पलटवार कर जवाब दिया। श्री गुप्ता ने ‘एकात्म परिसर’ में एक प्रेस कांफ्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान में 80 से ज्यादा संशोधन कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में किए हैं,उन्होंने बताया कि राजीव गांधी से मनमोहन सिंह के शासनकाल में 30 , इंदिरा गांधी के समय 25 और पं. जवाहर लाल नेहरू के समय 16 संशोधन किए गए। अपनी कुर्सी बचाने के लिये इंदिरा जी ने देश को आपात काल के पंजे में जकड़ कर संविधान के लोकतांत्रिक होने का उपहास उड़ाया।बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी द्वारा रचित संविधान में स्पष्ट है कि इसकी मूल स्वरूप से छेड़-छाड नहीं की जा सकती पर संविधान के ४२ लें संशोधन में आपातकाल लगाकर संविधान का मूल भाव “संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य “ को बदलकर “संप्रभु सामाजिक धर्म निरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य “कर दिया।यह कांग्रेसी तुष्टिकरण की निती का स्पष्ट परिणाम दिखता है
श्री गुप्ता ने पूछा कि प्रियंका गांधी को पहले यह स्पष्ट करना चाहिए कि पूर्व प्रधानमंत्रियों ने जो संविधान में संशोधन किया हैं, वह गलत हैं या सही? उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए नए-नए क्रिप्टो फ्रंट खेलकर नए-नए आरोप लगा रही हैं, दरअसल कांग्रेस के पास अब भाजपा से लडाई की हिम्मत नहीं है, इसलिए नए-नए होली काऊ लाने पड़ रहे हैं। श्री गुप्ता ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार ने 10 सालों में सबको मकान, सबको इलाज, सबको शौचालय, सबको बैंक खाता, सबको खाद्यान्न, सबको नल-जल,सबको बिजली, सबको सड़क, सबको इंटरनेट सबको रोजगार दिया है, जिससे व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन आया है, राष्टÑीय सुरक्षा, आंतकवाद से मुक्ति, दुनिया में भारत की स्थिति बेहतर करना, राम मंदिर निर्माण, धारा 370 की समाप्ति, तीन तलाक से मुक्ति , माफियाराज से मुक्ति दंगाराज से मुक्ति ऐसे विषय है, जिसके चलते भारत ने जनता के सामूहिक चित्त में एक सकारात्मक प्रभाव छोड़ा है। इसलिए विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह राष्टÑीय चुनाव हैं और जनता का वोट भी राष्टÑीय मुद्दों पर जाएगा, देश की जनता राहुल गांधी को कभी भी प्रधानमंत्री नहीं बनने देगा। उन्होंने प्रियंका गांधी के आरोपों पर कहा कि संविधान में बाबा साहब के द्वारा दिए गए अभियव्यक्ति की स्वतंत्रता को 1951 में सबसे पहले संसोधन लाकर कुलचने का काम कांग्रेस ने किया है। कांग्रेस ने 100 से अधिक बार धारा 356 का दुरुपयोग कर चुनी हुई राज्य सरकारों को बर्खास्त किया है।
कांग्रेसी नेताओं के पास जनता के सामने रखने कोई देश के विकास,सुरक्षा के लिये रोड मैप नहीं है।सोनिया गांधी जी,राहुल जी,प्रियंका जी,खड्गे जी यदि संविधान की बात करते हैं तो जनता जानती है कि “सौ चूहे खा कर बिल्ली हज को चली”
कॉंग्रेस के प्रति जनता में विश्वास की भावना ख़त्म हो चुकी हैं