रायपुर। भारतीय जनता पार्टी ने धान मूल्य की अंतर राशि को लेकर कांग्रेस के प्रलाप को निम्नस्तर की राजनीति का परिचायक बताते हुए कहा है कि लाभान्वित किसानों में भाजपा के बड़े नेताओं के नामों की सूची जारी करके प्रदेश सरकार और कांग्रेस अपनी सोच के दीवालिएपन से उबरने को तैयार ही नहीं हैं। भाजपा ने कटाक्ष किया कि ज्यादा अच्छा तो तब होता जब कांग्रेस अपनी सरकार के मुख्यमंत्री समेत उन सभी मंत्रियों के नाम भी इस सूची में शामिल करती जिनका हाल ही एक समाचार पत्र में कोरोना वॉरियर्स के तौर पर गुणगान हुआ है। कांग्रेस बताए तो कि इन मंत्रियों के खातों में धान मूल्य के अंतर की कितनी-कितनी राशि जमा हुई है? इनमें से कितने मंत्रियों को अंतर राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा करने के लिए कांग्रेस कहने का साहस दिखाएगी?
भाजपा किसान सहकारी नेता अशोक बजाज ने कहा कि भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक से सवाल करने वाली कांग्रेस ही किसानों से नफरत का परिचय सत्ता में आने के बाद से लगातार दे रही है। पिछले खरीफ सत्र में धान खरीदी की शुरुआत से ही प्रदेश सरकार किसानों से एक तरह की दुश्मनी भंजाती नजर आई है। पहले खरीदी को एक माह टाल दिया, फिर धान का रकबा घटा दिया, टोकन देने के लिए नित-नए तुगलकी फरमान जारी कर किसानों को परेशान किया, बारदाना तक देने में आनाकानी की। फिर धान भंडारण को लेकर किसानों पर छापेमारी कर किसानों को अपराधी साबित करने का शर्मनाक कृत्य किया। कुल मिलाकर, सरकार ने किसानों के आत्म-सम्मान को लहूलुहान करने का काम किया। श्री बजाज ने कहा कि आज भी किसान अपना धान बेचने के लिए परेशान हो रहा है और सरकार उसके हक के पैसे देने में जी चुरा रही है। कोरोना संकट के इस दौर में भी प्रदेश सरकार किसानों की अंतर राशि का एकमुश्त भुगतान तक नहीं करके संवेदनहीनता की पराकाष्ठा ही कर रही है।