रायपुर. संजीवनी कैंसर केयर फाउंडेशन ने लोगों में इंटीग्रेटिव होलिस्टिक ऑन्कोलॉजी के कैंसर केयर में फायदों के बारे में जागरूकता फैलाना हेतु एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में संजीवनी कैंसर केयर फाउंडेशन के फाउंडर एवं कैंसर सर्जन डॉ. यूसुफ मेमन, डॉ. अर्पण चतुर्मोहता, डॉ. अनिल गुप्ता, डॉ. विकास गोयल, डॉ. दिवाकर पांडेय, डॉ. राकेश मिश्रा, डॉ. अनिकेत ठोके, डॉ. संस्कृति सिंह, डॉ. स्मृति सिंह, डॉ. नरेंद्र पांडेय, डॉ. चौहान एवं क्षेत्र के जागरूक नागरिक शामिल थे।
डॉ. यूसुफ मेमन, निदेशक संजीवनी सीबीसीसी कैंसर हॉस्पिटल रायपुर एवं डॉ. अनिल कुमार गुप्ता, संस्थापक- निदेशक पॉजिटिव हेल्थ जोन रायपुर ने मिलकर कैंसर रोग के उपचार एवं रोकथाम के लिए एक अनूठी पहल की है, जो आने वाले समय में समग्र स्वास्थ्य के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगी। डॉ यूसुफ मेमन एक कैंसर रोग सर्जन हैं और डॉक्टर अनिल गुप्ता नेत्र रोग विशेषज्ञ के साथ-साथ हॉलिस्टिक हेल्थ कंसलटेंट हैं। कैंसर रोग शारीरिक के साथ-साथ मानसिक एवं भावनात्मक भी होता है, अतः कैंसर रोग के समग्र निदान के लिए रोगी के शरीर के साथ-साथ मन पर भी काम करने की आवश्यकता है।
डॉ. यूसुफ मेमन ने बताया की आजकल तंबाकू, गुटका जैसे कैंसर कारकों के अलावा भी दैनिक दिनचर्या, आहार, रहन सहन एवं तनाव के कारण भी कैंसर होने के आसार रहते हैं। उन्होंने बताया की प्राणायाम, योगा, बेहतर रहन सहन, संतुलित आहार कैंसर रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका रखते हैं।
डॉ मेमन ने आगे कहा की एकीकृत समग्र कैंसर देखभाल में पूरक चिकित्सा का उपयोग शामिल है, जब सर्जरी, कीमोथेरेपी और विकिरण चिकित्सा जैसे पारंपरिक कैंसर उपचार चल रहे हैं तो अन्य भारतीय पारंपरिक उपचार पद्धति का फोकस रोगी को संपूर्ण रूप से इलाज करने पर है, न कि केवल बीमारी पर। इसका उद्देश्य रोगी की शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक भलाई में सुधार करना है। रोगी को लाभ बेहतर ताकत और धीरज, चिंता और अवसाद से राहत, तनाव को प्रबंधित करने की क्षमता, बेहतर नींद, कम दर्द आदि हैं। इस प्रकार, रोगी उपचार के दुष्प्रभावों का सामना करने में सक्षम होता है, तेजी से ठीक हो जाता है और कैंसर दुबारा होने की संभावना कम हो जाती है। एकीकृत ऑन्कोलॉजी उपचार अब विभिन्न संस्थानों जैसे मेमोरियल स्लोन-केटरिंग कैंसर सेंटर, टेक्सास विश्वविद्यालय के एमडी एंडरसन कैंसर सेंटर और संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और यूरोप के अन्य संस्थानों में लागू की जा रही है।
डॉ. अनिल गुप्ता ने बताया 2020 में दुनियाभर में 19 मिलियन से अधिक लोगों में कैंसर का पता चला था और लगभग 10 मिलियन लोगों की मृत्यु कैंसर से हुई थी। 2040 तक, नए मामले और मृत्यु का योग क्रमशः लगभग 28 मिलियन और 16 मिलियन तक पहुंचने की उम्मीद है। अकेले कैंसर के इलाज पर दुनियाभर में सालाना लगभग US$1.2 ट्रिलियन खर्च होता है – 2019 में यहां खर्च ग्लोबल जीडीपी का लगभग 2% रहा। होलिस्टिक ऑन्कोलॉजी, का अर्थ है किसी व्यक्ति के मन, मस्तिष्क, शरीर और आत्मा की संपूर्ण देखभाल करना। एकीकृत ऑन्कोलॉजी में, हमने पारंपरिक भारतीय चिकित्सा प्रणाली आयुर्वेद, प्राकृतिकचिकित्सा, योग और ध्यान को आधुनिक- पश्चिमी प्रणाली जैसे एलोपैथी ऊर्जाचिकित्सा, जीवन शैली चिकित्सा और आहारचिकित्सा आदि के साथ एकीकृत किया है।
डॉ. अर्पण चतुर्मोहता ने बताया की कैंसर की रोकथाम, उपचार के बाद कैंसर की पुनरावृत्ति की रोकथाम, कीमो और रेडियोथेरेपी के दौरान साइडइफेक्ट का बेहतर प्रबंधन, बेहतर तरीके से कैंसर से लड़ने के लिए शरीर की आंतरिक उपचार शक्ति और प्रतिरक्षा कोबढ़ाना, कैंसर रोगी और उसके परिवार को मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक सहायता आदि एकीकृत ऑन्कोलॉजी के लाभ हैं।
एकीकृत समग्र पैथी
डॉ. स्मृति सिंह ने बताया की कैंसर के निदान और सटीक उपचार के लिए एलोपैथी, जीवनशैली में सुधार के लिए आयुर्वेद, पंचकर्म बॉडी डिटॉक्स, इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाना, आहार प्रबंधन के लिए प्राकृतिक चिकित्सा, योग और ध्यान, जीवन शक्ति ऊर्जा और उपचार को संतुलित करने के लिए ऊर्जाचिकित्सा, क्वांटम चिकित्सा और जैव-क्षेत्रविज्ञान, रोगियों और परिवार के सदस्यों के परामर्श और तनावप्रबंधन के लिए न्यूरो लिंग्विस्टिक प्रोग्रामिंग (एन.एल.पी.) आदि एकीकृत समग्र पैथी के मुख्य विशेषताएं हैं।
