जिले के पसान से लगे ग्राम पंचायत कुम्हारीसानी के भर्रापारा में हाथियों का एक झुंड भोजन की तलाश में गाँव में घुस आया और 7 मकानों को तोड़ डाला। इस घटना से ग्रामीणों में दहशत का माहौल पैदा हो गया है।
आसपास के गांवों में भी दहशत
हाथियों का यह झुंड सिर्फ कुम्हारीसानी तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि आसपास के अन्य गांवों में भी जा धमका है। इस वजह से उन गांवों में भी डर का माहौल बन गया है। कुछ ग्रामीणों को अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ा। बारिश के मौसम में ग्रामीणों की परेशानी और भी बढ़ गई है, क्योंकि वे रातभर जागने को मजबूर हो गए हैं।
वन विभाग की निगरानी
हालांकि, वन विभाग की टीम हाथियों पर लगातार नजर बनाए हुए है और उनके प्रत्येक मूवमेंट्स की जानकारी शीर्ष अधिकारियों को दी जा रही है। इस सक्रियता के कारण ग्रामीणों को कोई जनहानि नहीं हुई है।
भोजन की तलाश में गांव तक पहुंच रहे हाथी
कोरबा जिले के जंगलों को हाथियों ने अपना स्थायी निवास बना लिया है, लेकिन वहां भोजन की कमी हो जाने के कारण वे एक जंगल से दूसरे जंगल की ओर रुख करते हैं। जंगलों में पर्याप्त भोजन न मिलने के बाद, हाथी रात के समय गांवों तक पहुंच रहे हैं। खासकर कटहल के फल, जो कि हाथियों को बहुत प्रिय हैं, उनकी खुशबू से आकर्षित होकर वे गांवों तक आ धमकते हैं।
ग्रामीणों की मुश्किलें
कटहल पकने का समय होने के कारण, हाथी इनकी गंध से आकर्षित होकर गांवों तक पहुंच जाते हैं और नुकसान पहुंचाते हैं। ग्रामीणों को इस स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है, क्योंकि हाथियों का यह व्यवहार उनके जीवन और संपत्ति के लिए खतरा बना हुआ है। वन विभाग ग्रामीणों को सुरक्षित रहने और हाथियों से बचाव के उपायों की जानकारी भी दे रहा है।
हाथियों का यह हमला ग्रामीणों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। वन विभाग की सतर्कता और ग्रामीणों की जागरूकता ही इस समस्या का हल निकाल सकती है। हाथियों को जंगल में पर्याप्त भोजन मिल सके, इसके लिए भी उपाय किए जाने चाहिए ताकि वे गांवों की ओर न आएं और ग्रामीणों की सुरक्षा बनी रहे।