सरायपाली. सरायपाली ब्लॉक मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कोकड़ी गांव के लोगों का संपर्क बारिश के दिनों में शहर से पूरी तरह कट जाता है। मुख्य मार्ग में एक नाला है जहां अभी तक पुल नहीं बनाया गया है, जो ग्रामीणों कर लिए अब आफत बन गया है। यह गांव इन दिनों टापू सा बन गया है जहां आपातकाल के समय गांव तक एम्बुलेंस भी नहीं पहुंच पता है। यहां के बच्चों को स्कूल जाने के लिए जान जोखिम में डालकर नाला पार करना पड़ता है। ग्रामीण जिम्मेदार अफसरों एवं जनप्रतिनिधियों से कई बार नाला में पुल निर्माण के लिए गुहार कर चुके है, लेकिन ग्रामीणों की समस्या का निराकरण अब तक नहीं हो पाई है।
चूंकि बरसात के समय में नाला से ब्लॉक मुख्यालय आने जाने में काफी मशक्कत करना पड़ता है और गांव के अनेक लोग दैनिक काम के लिए शहर जाना पड़ता है,लेकिन नाले में पानी बहते रहने के कारण नाला पार करने में काफी तकलीफ होती है। यहाँ के ग्रामीण ने बताया कि विगत कई वर्षों से इस नाला में पुल निर्माण के लिए काफी प्रयास कर रहे हैं और अनेक बार प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा गया है। विगत समय में ग्रामीणों के द्वारा आवागमन के लिए छोटा रफटा बनाया गया था, लेकिन तेज बारीश के कारण वह बह गया है।
बारीश के समय में किसी भी व्यक्ति को ईलाज के लिए ले जाने हेतु खाट पर उठाकर नाला पार करवाया जाता है। वहीं प्रशासन के व्यक्ति भी इस नाले के कारण गाँव नहीं पहुंच पाते हैं। इस सबंध में ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की धीमी रवैया व राजनीति के कारण पुल निर्माण नहीं हो पा रहा है। वहीं इस मामले को लेकर स्थानीय विधायक किस्मत लाल नंद ने कहा कि वे कुछ दिन पूर्व इस समस्या को लेकर PWD विभाग के अधिकारियों से मिले थे, जहां पुल निर्माण हेतु आवश्यक दस्तावेज की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बहुत जल्द यहां के लोगों को इस समस्या से मुक्ति मिलेगी।