धमतरी. जिले के कंडेल गांव में अनोखा शादी समारोह हुआ, जिसमें दूल्हा-दुल्हन, ग्रामीणों सहित मेहमानों ने शिविर लगाकर रक्तदान किया. कई लोगों ने नेत्रदान और देहदान का संकल्प भी लिया. इसकी जिले में काफी सराहना हो रही है.
वैसे तो रक्तदान शिविर का आयोजन होते रहता है, लेकिन विवाह कार्यक्रम में रक्तदान, नेत्रदान और देहदान का आयोजन बहुत ही कम सुनने को मिलता है, लेकिन धमतरी जिले में साहू परिवार ने अनोखा पहल किया. उन्होंने बकायदा शादी के कार्ड में भी रक्तदान करने लोगों को प्रेरित किया. वहीं शिविर भी लगाया, जहां लोगों ने 50 यूनिट ब्लड डोनेट किया.
आपको बता दें कि धमतरी से महज 30 किलोमीटर दूर ऐतिहासिक गौरव ग्राम कंडेल की चर्चा अभी से नहीं बल्कि सन 1920 से है, जहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी नहर सत्याग्रह में शामिल होने पहुंचे थे. तब से आज तक इस गांव की चर्चा हमेशा देश विदेश में होती रहती है. अब एक बार फिर इस गांव के साहू परिवार ने अनोखा आयोजन कर चर्चा में आ गए हैं. शादी समारोह में रिसेप्शन के दिन रक्तदान शिविर का आयोजन किया, जिसमें दूल्हा दुल्हन समेत पहुंचे मेहमानों ने रक्तदान किया और नेत्रदान करने की घोषणा भी की. करीब 7 लोगों ने देहदान करने का संकल्प भी लिया है. शिविर में 50 यूनिट ब्लड डोनेट किया गया.
दरअसल कंडेल गांव के साहू परिवार में विवाह संपन्न हुआ. दूल्हे मुकेश कुमार और दुल्हन नेहा साहू परिणय सूत्र में बंध गए हैं, लेकिन जो संदेश उन्होंने दिया है वह समाज में हमेशा याद रहेगा. बताया गया कि यह पहल दूल्हे के छोटे भाई शारदामणी साहू और रक्तदान एंबुलेंस ग्रुप के सहयोग से हुआ है. दूल्हा मुकेश कुमार साहू ने बताया कि लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक करना उनका मूल उद्देश्य है. उन्होंने बताया कि जिस तरह से विवाह में लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं उसी प्रकार रक्तदान के प्रति लोगों को जागरूक होना चाहिए.
दूल्हे के छोटे भाई व्याख्याता शारदामणी ने कहा, आज भी कई गांव और समाज में लोग रक्तदान के प्रति पिछड़े हुए हैं. इसी उद्देश्य को लेकर उन्होंने यह आयोजन किया है. 500 से ज्यादा कार्ड छपवाए गए थे. कार्ड में रक्तदान महादान के स्लोगन भी लिखे गए थे. जीतेजी रक्तदान व मृत्यु के बाद अंग दान से बड़ा कोई दान नहीं, यह लाइन कार्ड के नीचे लिखे गए थे. शिविर में 50 लोगों ने रक्तदान भी किया.
मेहमानों ने कहा – सभी रक्तदान के लिए आगे आएं
रक्तदान ग्रुप के शिवा प्रधान ने कहा कि निश्चित ही यह सराहनीय पहल है, जो समाज रक्तदान के प्रति बढ़-चढ़कर आगे आ रहे हैं इससे आने वाले भविष्य में लोगों को ब्लड के लिए भटकना नहीं पड़ेगा. वहीं विवाह समारोह में पहुंचे मेहमानों ने रक्तदान किया और बताया कि रक्तदान करने से काफी अच्छा महसूस होता है. लोगों को हमेशा ब्लड डोनेट करते रहना चाहिए.
दूल्हे ने रक्तदान कर देहदाह की घोषणा की
शादी का मौका मतलब खुशियों का अवसर, जिसमें लोग नाचते गाते हैं और मेहमानों के आवभगत का खास ख्याल रखते हैं. इन सबके बीच कंडेल के साहू परिवार ने रक्तदान, नेत्रदान और देहदान शिविर का आयोजन कर एक मिसाल पेश किया है. खास बात तो ये है कि दूल्हे ने खुद अपने दोनों भाइयों के साथ रक्तदान कर देहदान की घोषणा की. अपने और अपने रिश्तेदार और गांव वालों को भी प्रेरित किया. इस शादी को लोग दूसरों की जिंदगी बचाने वाली शादी बता रहे हैं.