रायपुर,
डॉक्टरेट की उपाधि मिले के बाद आप ल कइसे लागत हे, यह प्रश्न एंकर ने पूछा और मुख्यमंत्री ने इसका उत्तर पुनः मंच से दिया।
उन्होंने कहा कि जब काम करना शुरू किया तो बस ये चाह थी कि अच्छा काम करते रहना है।
काम करते गए और रास्ता निकलता गया। ये उपाधि जरूर मुझे मिली है लेकिन इसके पीछे योगदान मेरे परिवार वालों का है। जनप्रतिनिधियों का है अधिकारी कर्मचारियों का है। यह सम्मान छत्तीसगढ़ के सभी मेहनतकश लोगों का सम्मान है जिन्होंने अपने श्रम से छत्तीसगढ़ को खड़ा किया है।