इस वर्ष दीवाली पर्व इसी रविवार को मनाया जाएगा। रोशनी और रंगों के इस पर्व में फूलों का भी विशेष महत्व होता है, क्योंकि पर्व पर जब धन-धान्य की देवी मां लक्ष्मी भ्रमण पर निकलती हैं तो उनका स्वागत फूलों से किया जाता है।
मां लक्ष्मी के स्वागत के लिए तैयारियां जोरों से चल रही हैं। घरों को फूलों से सजाया जा रहा है। ऐसे में फूलों का बाजार भी चहक रहा है। फूल चौक स्थित दुकान के फूल विक्रेता सौरभ देवांगन ने बताया कि त्योहार नजदीक आते ही कोलकाता और मुंबई से फूलों की बड़ी खेप शहर पहुंच रही है। वहीं आर्टिफिशियल मालाओं का बाजार भी गर्म है।
कोलकाता, पुणे और बैंगलोर से पहुंच रहे फूलों के खेप
सिविल लाइन स्थित दुकान के फूल विक्रेता सूरज मांझी ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना इस बार फूलों की कीमत में गिरावट आई है। गेंदा की एक लड़ी 30 रुपये में मिल रही है। पिछले वर्ष 35 रुपये रही थी। गेंदा, गुलाब और चमेली के बनी माला 50 से 200 रुपये तक उपलब्ध है।
आर्टिफिशियल फूल और मालाओं का भी बढ़ा चलन
शादी से लेकर विशेष पर्व में आर्टिफिशियल फूलों की मांग बढ़ी है। घर को सजाने के साथ बूके के रूप में दूसरों को देने और माला के रूप में आर्टिफिशियल फूलों का उपयोग किया जा रहा है। सजावटी सामग्री विक्रेता अभिजीत गांगुली ने बताया कि दीवाली में घर को सजाने के लिए सबसे ज्यादा आर्टिफिशियल फूलों का उपयोग किया जाता है, क्योंकि यह जल्दी खराब नहीं होते और लंबे समय तक चलते तरोताजा दिखते हैं। आजकल ऐसे फूल और पत्तियां मिलने लगे हैं, जो दिखने में बिल्कुल असली दिखाई देते हैं। इसके लिए गुलाब, कार्निशन, एन्थोरियम, जरबेरा, आर्केट, लिलियम और लिली के आर्टिफिशियल फूलों का उपयोग किया जा रहा है। सुगंध के लिए इसमें सुगंधित स्प्रे भी किया जाता है।
पर्व के नजदीक आते ही फूलों के बढ़े भाव
टाटीबंध से लगे नंदनवन के नजदीक फूलों की खेती कर रहे किसान प्रवीण चावड़ा ने बताया कि पूजा में सबसे ज्यादा गेंदा फूल का उपयोग किया जाता है। इसलिए मैं 10 एकड़ में गेंदा फूल की खेती कर रहा हूं। सस्ता होने के कारण शहर में इस वर्ष कोलकाता से ज्यादा फूल मंगाया जा रहा है। त्योहार नजदीक आते ही भाव ने तेजी पकड़ी और 30 रुपये प्रति किग्रा गेंदा फूल बेचे जा रहे हैं। इससे पहले 10 से 15 रुपये में बेचा जा रहा था। दूसरे शहरों से आने वाले फूलों में गुणवत्ता के आधार पर 15 से 25 रूपये प्रति किग्रा में फूल मिल रहे हैं। हालांकि चुनाव और चुनाव के परिणाम को देखते हुए बाजार में फूलों की मांग बढ़ सकती है और अच्छी कीमत मिल सकती है।