छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव से पहले 28 अधिकारियों का तबादला

प्रादेशिक मुख्य समाचार

छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले प्रदेश सरकार ने बड़े स्तर पर प्रशासनिक फेरबदल की है। प्रदेश में पुलिस विभाग में पदस्थ SP, CSP, DSP और SDOP का तबादला किया गया है। जिसमें 3 IPS समेत 25 छत्तीसगढ़ पुलिस सेवा के अधिकारी शामिल है।

इन्हें किया इधर से उधर

छत्तीसगढ़ राज्य पुलिस सेवा में पदस्थ जिन अधिकारियों को इधर-उधर किया गया है उनमें DSP सपन चौधरी को पुलिस मुख्यालय नया रायपुर से डीएसपी ऑपरेशन डीआरजी सुकमा, DSP उदयन बेहार को पुलिस मुख्यालय बिलासपुर से हटाकर डीएसपी नक्सल अभियान कोंटा जिला सुकमा, कृष्ण कुमार पटेल को बिलासपुर से हटाकर डीएसपी ऑपरेशन जिला दंतेवाड़ा, डीएसपी कृष्णकांत वाजपेई को कुरुद जिला धमतरी से डीएसपी कार्यालय पुलिस अधीक्षक जिला सुकमा, डीएसपी राजीव कुमार शर्मा को दुर्ग से डीएसपी कार्यालय पुलिस महानिरीक्षक कांकेर रेंज, डीएसपी विश्व दीपक त्रिपाठी को भिलाई नगर से पुलिस अनुविभागीय अधिकारी केशलूर जिला बस्तर, डीएसपी मनोज कुमार ध्रुव को नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाइन रायपुर से पुलिस अधीक्षक कार्यालय जिला महासमुंद, डीएसपी दिनेश कुमार सिंह को उप पुलिस अधीक्षक क्राइम जिला रायपुर से डीएसपी बीजापुर, डीएसपी सत्य प्रकाश तिवारी को पुलिस मुख्यालय नया रायपुर से नगर पुलिस अधीक्षक भिलाई, डीएसपी दीपक मिश्रा को रायगढ़ से डीएसपी गौरेला पेंड्रा मरवाही, डीएसपी आशीष कुमार बंछोर को नगर पुलिस अधीक्षक छावनी भिलाई से डीएसपी जिला बीजापुर, डीएसपी परवेज अहमद कुरेशी रायपुर से डीएसपी नारायणपुर,  डीएसपी कल्पना वर्मा को नगर पुलिस अधीक्षक माना रायपुर से पुलिस अधीक्षक कार्यालय जिला दंतेवाड़ा भेजा गया है।

IPS को मिली नई जिम्मेदारी

सरकार ने 3 IPS  को नई जिम्मेदारी दी है। IPS यशपाल सिंह को मोहला मानपुर जिले का नया एसपी बनाया‌ है। इसके साथ ही IPS रत्ना सिंह को पीएचक्यू में AIG प्रशासन की जिम्मेदारी मिली‌ है। वहीं एटीएस के SP रहे अजातशत्रु बहादुर सिंह को एसडीआरएफ का नया निदेशक नियुक्त किया गया है।

नक्सलियों के खिलाफ आर पार की लड़ाई शुरू, NIA पहुंचे 91 छत्तीसगढ़ पुलिस के अधिकारी

प्रदेश में नक्सलियों के खिलाफ‌ आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने 91 पुलिस के अधिकारियों और कर्मियों को NIA में अटैच कर दिया‌ है। अब पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स के साथ NIA भी मजबूती के साथ खड़ी रहेगी।  अब NIA सिर्फ नक्सली हिंसा की जांच नहीं करेगी बल्कि नक्सलियों को गोला, बारूद, बम, बंदूक सहित अन्य संसाधन कहां से उपलब्ध होते हैं, इस बात का पता लगाएगी।  लगातार NIA को मिल रहे केश को ध्यान में रखते हुए और उनकी सक्रियता को देखते हुए छत्तीसगढ़ राज्य सरकार की तरफ से डीजीपी ने 91 पुलिस‌ के अधिकारियों और कर्मचारियों को NIA में अटैच किया है।

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