छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में स्वतंत्र और निष्पक्षता की तैयारी: 9 IAS और 3 IPS अधिकारी केंद्रीय पर्यवेक्षक बने

प्रादेशिक मुख्य समाचार

रायपुर। जम्मू कश्मीर और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए छत्तीसगढ़ के 9 आईएएस व तीन आईपीएस अधिकारियों को केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाया गया है। जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। जिसके चलते यह चुनाव अहम माना जा रहा है। और पर्यवेक्षक बन कर गए छत्तीसगढ़ के अधिकारियों की इसमें अहम भूमिका रहने वाली है। चुनाव आयोग ने इसके लिए मीटिंग भी बुलाई है।

हरियाणा और जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है। हरियाणा में एक ही चरण में 1 अक्टूबर को मतदान होने हैं। इसके अलावा जम्मू कश्मीर में तीन चरण में मतदान होने हैं। जम्मू कश्मीर में 18 सितंबर, 25 सितंबर व 1 अक्टूबर को मतदान होने हैं। इसके बाद चार अक्टूबर को मतगणना होगी। 22 अगस्त को निर्वाचन के संबंध में केंद्रीय चुनाव पर्यवेक्षकों की बैठक सुबह 9 बजे रखी गई है। केंद्रीय चुनाव आयोग ने छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को पत्र लिखकर ऑब्जर्वर बनाए गए अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा है। अनिवार्य रूप से सभी को उपस्थित होना है। उपस्थित नहीं होने पर कार्यवाही भी की जा सकती है।

जारी आदेश के तहत छत्तीसगढ़ के आईएएस हिमशिखर गुप्ता, राजेश सिंह राणा, नरेंद्र कुमार दुग्गा, भीम सिंह, प्रियंका शुक्ला, जयप्रकाश मौर्या,संजीव झा, विनीत नंदनवार, ऋतुराज रघुवंशी को ऑब्जर्वर बनाया गया है। वही आईपीएस में प्रशांत कुमार अग्रवाल, अभिषेक मीणा, उदय किरण को ऑब्जर्वर बनाया गया है। बता दे इससे पूर्व 2013 बैच के छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस विनीत नंदनवार को लोकसभा चुनाव के दौरान हाई प्रोफाइल सीट हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा का पर्यवेक्षक बनाया गया था। मंडी लोकसभा के अंतर्गत ही शिमला आता है। यहां से बॉलीवुड स्टार कंगना राणावत ने भाजपा से चुनाव लड़ा था और सांसद निर्वाचित हुई है।

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