छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान को लेकर निवार्चन आयोग ने आकड़ें जारी कर दिया है। पहले चरण की बीस सीटों पर 76.47 प्रतिशत मतदान हुआ है।
बस्तर विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा 84.65 प्रतिशत और बीजापुर में सबसे कम 46 प्रतिशत मतदान हुआ है। निर्वाचन आयोग की ओर से जारी किए गए आंकड़ों को देखें तो अब मतदान का प्रतिशत 2018 की बराबरी पर आ गया है। साल 2018 में भी इन सीटों पर 76.47 प्रतिशत मतदान हुआ।
निर्वाचन कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेस में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने बताया कि प्रथम चरण में निर्वाचन संपन्न कराने के लिए 21 हजार 216 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। साथ ही 4 हजार 204 कर्मचारियों को रिजर्व रखा गया था।
दुर्गम व संवेदनशील क्षेत्रों के मतदान केंद्रों में कुल 156 मतदान दलों को हेलीकाप्टर के माध्यम से भेजा गया था। उनकी भी सकुशल वापसी हो गयी है। मतदान दलों के अलावा 719 सेक्टर आफिसर लगाए गए थे। मतदान के दौरान तकनीकी समस्याओं के कारण कुल 62 बीयू, 54 सीयू और 123 वीवीपैट बदले गए।
दिल्ली व रायपुर से अफसरों ने की निगरानी
पहले चरण की 20 सीटों में से 40 प्रतिशत से अधिक मतदान केंद्रों में पहली बार मतदान प्रक्रिया का सीधा प्रसारण वेब कास्टिंग के माध्यम से किया गया। अबूझमाड़ सहित बस्तर, बीजापुर, सुकमा, कोंटा जैसे धुर नक्सल प्रभावित मतदान केंद्र सहित कुल 2,431 केंद्रों में हो रहे मतदान को केंद्रीय चुनाव आयोग दिल्ली, रायपुर के निर्वाचन कार्यालय में अधिकारियों ने स्क्रीन पर देखा।
बनाए गए थे 126 नए मतदान केंद्र
पहले चरण के चुनाव के लिए बस्तर संभाग में इस बार 126 नए मतदान केंद्र बनाए गए थे, उन्हें 15-20 किमी. दूर चलकर नहीं जाना पड़ा। बस्तर जिले के कलेपाल और चांदामेटा में पहली बार मतदान हुआ। यहां पहली बार मतदान केंद्र बनाया गया था। यहां गांव में ही मतदान केंद्र बनने पर लोगों ने प्रसन्नता जाहिर की।