देश में पहली बार लीथियम खदान खुलने जा रही है यह खदान छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में खोली जा रही है। कोरबा जिले के ग्राम घुचापुर के आसपास के 250 हेक्टेयर क्षेत्र में लिथियम पाए जाने की पुष्टि जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने की थी। इस इलाके में लिथियम पाए जाने के बाद केंद्रीय खान मंत्रालय ने नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस खदान को कमर्शियल माइनिंग के क्षेत्र में रखा गया है। जिसके तहत खदानों को निलामी करते हुए केंद्र सरकार निजी कंपनी को सौंपती है। छत्तीसगढ़ के कटघोरा के लिथियम ब्लॉक के लिए कई कंपनी ने बोली लगाई है। इनमें ओला, वेदांता, जिंदल, श्री सीमेंट, अडाणी समूह, अल्ट्राटेक सीमेंट सहित कई बड़ी कंपनियां शामिल है।
कटघोरा में खुला पहला लिथियम खदान
छत्तीसगढ़ के कोरबा में लीथियम की पुष्टी के बाद से लगातार लीथियम खदान के खुलने को लेकर कयास लगाए जा रहे थे। माना जा रहा था यह कार्य साल 2024 के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। अब केंद्रीय खान मंत्रालय ने नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर दिया है। इस प्लांट को लेकर अभी सफल बोलीदाता का नाम सामने नहीं हैं। इस प्रक्रिया के बाद लिथियम के कटघोरा लिथियम REE ब्लॉक के लिए कंपोजिट लाइसेंस दिया जा रहा है। जिसे लेकर परीक्षण और खनन दोनों का ही अधिकार शामिल किया जाएगा।
कटघोरा और कश्मीर में लिथियम
बतादें कि छत्तीसगढ़ के कटघोरा में पहला लीथियम प्लांट लगाने के साथ ही कश्मीर के रियासी में भी लिथियम ब्लॉक की शुरुआत की जा रही है। इन दोनों जगहों को लेकर नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पहले इसको लेकर नीलामी में लगाई बोली में समुचित बोलीदार आगे नहीं आए, जिसके कारण एमएसटीसी पोर्टल पर चल रही इसकी ऑनलाइन नीलामी को रोक दिया गया था। बतादें कि लिथियम की खदान शुरू होने पर कोरबा ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ के साथ-साथ देश में भी समृद्धि के नए द्वार खुलेंगे। यह इलाका मैदानी है, जिससे यहां कई सुविधा मिल सकती है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ की कानून व्यवस्था भी अच्छी है। यही कारण है कि यह निवेशकों के लिए भी आदर्श राज्य माना गया। वहीं कश्मीर पहाड़ी क्षेत्र है, साथ ही वह एक संवेदनशील प्रदेश भी माना जाता है।
खदान खुलने से मिलेगा रोजगार
छत्तीसगढ़ में खदान खुलने के साथ ही यहां के स्थानीय लोगों को रोजगार के साधन भी उपलब्ध कराए जाएगें। जो भी कंपनी ज्यादा बोली लगाकर खदान के कार्य को आगे बढ़ाएगी वह यहां रोजगार के लिए नए कार्य भी लेकर अपने साथ आएगी। लिथियम खदान शुरू होने पर सिर्फ कोरबा ही नही छत्तीसगढ़ और देश में समृद्धि के द्वार भी खुलेंगे। लिथियम खनन शुरू होने के बाद इससे जुड़ी कंपनियां काम शुरू कर देंगी। जिसके बाद यहां तकनीकी एक्सपर्ट और संसाधनों के विकास के लिए भी लोगों की आवश्यकता होगी और इससे रोजगार के मौके बढ़ेंगे।