काबुल। अफगानिस्तान में हुए एक हेलीकॉप्टर हादसे (Helicopter crash) में दो पायलटों की मौत हो गई। हेलीकॉप्टर अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज तालिबान की एयर फोर्स का था। हेलीकॉप्टर में दो पायलट सवार थे। उड़ान के दौरान तकनीकी खराबी आ गई, जिससे हेलीकॉप्टर अनियंत्रित हो गया और बिजली के हाई वोल्टेज तार से टकरा गया।
रक्षा विभाग के हवाले से खामा प्रेस ने जानकारी दी है कि हादसा उत्तरी सामंगन प्रांत में हुआ। वायु सेना का हेलीकॉप्टर (एमडी-530) खुल्म जिले में हाई-वोल्टेज बिजली लाइन से टकरा गया था। हादसा तकनीकी समस्या आने के बाद हुआ। इस घटना में दो पायलटों की मौत हो गई।
इससे पहले समांगन प्रांत के तालिबान के सूचना और संस्कृति विभाग के प्रमुख ने बताया था कि खुल्म जिले में एक सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। यह पहली बार नहीं है कि अफगानिस्तान में सेना का हेलीकॉप्टर तकनीकी समस्या आने के बाद क्रैश हुआ हो। इससे पहले भी अफगानिस्तान में कई हेलीकॉप्टर हादसे हुए हैं, जिसमें पायलटों की जान गई है।
अमेरिका द्वारा छोड़े गए हेलीकॉप्टर लगे हैं तालिबान के हाथ
अगस्त 2021 में तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद अज्ञात कारणों के चलते कई हेलीकॉप्टर हादसे हुए हैं। अमेरिकी सैनिक अफगानिस्तान से जाते वक्त कई हेलीकॉप्टर छोड़ गए थे। अब इनका इस्तेमाल तालिबान द्वारा किया जा रहा है। 10 सितंबर 2022 को काबुल में अमेरिका द्वारा बनाया गया ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर सैन्य अभ्यास के दौरान क्रैश कर गया था। इसमें तीन जवानों की मौत हुई थी।
यह जानकारी नहीं है कि तालिबान सरकार के पास अब कितने अमेरिकी हेलीकॉप्टर बचे हैं। पिछले साल अगस्त में अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद दर्जनों अफगान पायलट ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान जैसे एशियाई देशों में भाग गए थे। तालिबान द्वारा अमेरिकी हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन पायलटों की ट्रेनिंग में कमी और हेलीकॉप्टरों की खराब स्थिति के चलते हादसे हो रहे हैं।