छत्तीसगढ़ में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान), यूनिसेफ और पी.सी.आई. की साझेदारी में किए जा रहे कार्यों से ग्रामीण क्षेत्रों में भोजन, पोषण, स्वास्थ्य और स्वच्छता (FNHW – Food, Nutrition, Health and Wash) के स्तर में सुधार आ रहा है। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की संचालक श्रीमती पद्मिनी भोई साहू ने नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में प्रदेश में इस संबंध में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी।
उन्होंने कार्यशाला में मौजूद वर्ल्ड बैंक, बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन, वेदांता, टाटा ट्रस्ट, जिंदल एवं एसडब्ल्यू फाउंडेशन को छत्तीसगढ़ आकर एफएनएचडब्ल्यू कार्यों को देखने एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के साथ साझेदारी कर समुदाय के विकास में भागीदारी के लिए आमंत्रित किया।
छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) द्वारा प्रदेश की स्वसहायता समूह की महिलाओं की सहभागिता से गर्भवती महिलाओं, दो वर्ष तक के बच्चों व उनकी माताओं, किशोरी बालिकाओं, धात्री माताओं के खाद्य, पोषण, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता में सुधार के लिए यूनिसेफ तथा पी.सी.आई. संस्था के साथ फूड, न्यूट्रिशन, हेल्थ एंड वॉश (एफएनएचडब्ल्यू) रणनीति के तहत व्यवहार परिवर्तन एवं जेंडर इंटीग्रेशन पर कार्य किया जा रहा है। बस्तर जिले में ‘स्वाभिमान योजना’ के नाम से संचालित इन रणनीतियों को 31 जिलों में समॄद्ध बिहान के नाम से विस्तारित किया जा रहा है।