रायपुर। भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा की राष्ट्रीय पदाधिकारी बैठक में कांग्रेस की दलित विरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया गया। बैठक का शुभारंभ अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य ने छत्तीसगढ़ महतारी, संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर एवं बाबा गुरु घासीदास जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया। भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा की राष्ट्रीय पदाधिकारी बैठक राजधानी रायपुर स्थित अग्रसेन धाम में हुई।
समापन सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी.एल. संतोष जी ने कहा कि हमें सत्ता जनता की सेवा के लिए चाहिए ,प्रतिकुल परिस्स्थितियों में काम करके भाजपा कार्यकर्ता और निखरता है। उन्होंने कहा कि देश में विपक्षी दल लगातार वैमस्यता फैला रहे हैं इस घटनाओं से डरना नहीं है पर सजग रहना है क्योंकि जनता हमारे साथ है। हमारे पास एक सशक्त नेतृत्व है जो देश को विश्व शिखर पर ले जाना जानता है।
उद्घाटन सत्र पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ गुरु बाबा घासीदास की जन्म स्थली है। उनकी तपोस्थली है। कौशल्या माता की जन्मभूमि है और हमें भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के देश भर से यहां आये राष्ट्रीय पदाधिकारियों के आतिथ्य का सौभाग्य मिला है। उनका स्वागत करने का अवसर मिला है। 2023 में छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनेगी और उसमें अनुसूचित जाति वर्ग का पूरा समर्थन भारतीय जनता पार्टी के साथ है। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार अनुसूचित जाति वर्ग के युवाओं के साथ अन्याय कर रही है और इसलिए उन्हें नग्न प्रदर्शन करने पर बाध्य होना पड़ा।
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालसिंह आर्य ने अपने संबोधन में छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को कट्टर दलित विरोधी, कानून विरोधी और संविधान विरोधी सरकार बताते हुए कहा कि अभी हाल ही विधानसभा सत्र के दौरान रायपुर में अनुसूचित जाति वर्ग के 267 युवकों के समर्थन में पूर्ण नग्न होकर प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन के लिए कांग्रेस सरकार जिम्मेदार है। कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ के सम्मान को कलंकित कर दिया।
श्री आर्य ने कहा कि अनुसूचित जाति वर्ग के विकास के लिए आने वाले केंद्र सरकार का पैसा केवल उसी मद में खर्च किया जाना था लेकिन छत्तीसगढ़ की सरकार ने ऐसा नहीं कर के संवैधानिक व्यवस्था का उल्लंघन किया। अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए प्रदेश के अनुसूचित जाति मोर्चा को जिलों में संघर्ष करना पड़ रहा है।
श्री आर्य ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास जी की जन्मस्थली गिरौदपुरी में बनने वाले गुरुद्वारा के निर्माण कार्य को रोकना प्रदेश सरकार के घोर अजा विरोधी चरित्र के प्रदर्शन की पराकाष्ठा है। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश भर में सांस्कृतिक पुनरुत्थान की दिशा में काम कर रहे हैं, महापुरुषों से जुड़े स्थलों को तीर्थ व पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित कर रहे हैं, वहीं प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा सतनामी समाज के आराध्य गुरु घासीदास जी के जन्म स्थली के विकास और निर्माण कार्य को रोक रही है। केंद्र सरकार से अनुसूचित जाति वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए आने वाली प्री मैट्रिक व पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति की राशि को प्रधानमंत्री श्री मोदी ने 1100 करोड़ रुपए से बढ़ाकर पंचवर्षीय योजना बनाकर इसके लिए 5900 करोड़ रुपए का सालाना बजट प्रावधान किया। लेकिन छत्तीसगढ़ की सरकार ने विद्यार्थियों के खाते में अपने अंश का वह पैसा नहीं डाला।
पदोन्नति के मामले में भी आरक्षण के रोस्टर का पालन प्रदेश सरकार नहीं कर रही है। प्रदेश सरकार ने अनुसूचित जाति समाज में भ्रांति पैदा कर दी है कि राज्यपाल आरक्षण संबंधी विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं कर रहे हैं। अनुसूचित जाति वर्ग की जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण का प्रतिशत बढ़ाया जाना चाहिए।
अनुसूचित जाति मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष नवीन मार्कंडेय ने कहा कि अटल जी ने छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया। छत्तीसगढ़ राज्य बीमारू राज्य की श्रेणी में आता था। भाजपा के 15 वर्षों में छत्तीसगढ़ राज्य समृद्ध राज्य बना। छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार भय और भ्रष्टाचार की सरकार है।
बैठक में आगामी छह माह की कार्ययोजना तैयार की गई खासकर चुनावी राज्यों के लिए विशेष कार्य योजना बैठक राष्ट्रीय अध्यक्ष आर्य जी व बी. सतीष ने लिया।
बैठक परिसर का नाम बाबा गुरु घासीदास परिसर, सभागार का नाम मिनीमाता परिसर, बैठक स्थल में महापुरूषों के जीवन परिचय की एक प्रदर्शनीय भी लगाई गई जिसका नाम बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर परिसर, भोजन कक्ष स्व रेशम लाल जांगड़े परिसर, आवास संत रविदास परिसर रखा गया
बैठक को नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने भी संबोधित किया।
इस दौरान वीरेंद्र कश्यप उपाध्यक्ष हिमाचल प्रदेश, रामअवतार बाल्मीकि उपाध्यक्ष हरियाणा, संजय निर्मल महामंत्री दिल्ली, महंत शंभू नाथ प्रसाद महामंत्री गुजरात, जयकुमार कांगे, डॉ. जीतू चरण राम, निरुपम दास, सूरज काइरो, रामचंद्र चावरिया, डॉ. मुकेश कुमार, डॉ. राहुल चिमूरकर सहित बड़ी संख्या में राष्ट्रीय पदाधिकारी बैठक में उपस्थित रहे।