रायपुर। साइंस कॉलेज मैदान के पास स्थित चौपाटी को बंद कर अब इसे आमानाका ओवरब्रिज के नीचे शिफ्ट किया जा रहा है। रायपुर स्मार्ट सिटी ने चौपाटी का ठेका लेने वाली एजेंसी को निर्देश दिया है कि दुकानों को नई जगह पर स्थानांतरित किया जाए।
शिफ्टिंग प्रक्रिया शुरू
सोमवार को कुछ दुकानों को पहले ही स्थानांतरित किया जा चुका है, जबकि बाकी दुकानों की शिफ्टिंग की तैयारी चल रही है। यह फैसला हाई कोर्ट के आदेश के बाद लिया गया, जिसमें दोनों पक्षों – नगर निगम और ठेका एजेंसी को मिलकर समाधान निकालने को कहा गया था।
चौपाटी शिफ्टिंग का कारण
हाई कोर्ट में सुनवाई के दौरान ट्रैफिक, बच्चों की सुरक्षा और पढ़ाई के माहौल को ध्यान में रखते हुए साइंस कॉलेज चौपाटी को शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया। आमानाका वेंडिंग जोन को नई जगह के रूप में चुना गया है। यहां पर चौपाटी जैसी ही सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने की योजना है।
वेंडरों की शिकायतें
वेंडरों का कहना है कि उन्हें शिफ्टिंग के लिए बहुत कम समय दिया गया है। नई जगह पर बिजली, पानी और अन्य बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। अधिकारियों ने सोमवार तक का अल्टीमेटम दिया था, और कुछ दुकानों को पहले ही स्थानांतरित कर दिया गया है। वेंडरों को चेतावनी दी गई है कि वे समय पर न शिफ्ट होने पर निगम जबरन स्थानांतरित कर देगा।
राजनीतिक विवाद
चौपाटी का निर्माण कांग्रेस सरकार के दौरान रायपुर पश्चिम के विधायक विकास उपाध्याय की पहल पर हुआ था। उस समय भाजपा नेता और पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने इसका विरोध किया था और इसे लेकर आंदोलन भी किया था। चौपाटी को हटाने का मामला हाई कोर्ट तक पहुंचा, जहां फरवरी में ठेका एजेंसी का अनुबंध रद्द कर दिया गया था।
आगे की योजना
शिफ्टिंग के बाद आमानाका वेंडिंग जोन में चौपाटी जैसी सुविधाएं देने की योजना बनाई गई है। हालांकि, वेंडरों की मांग है कि पहले सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। नगर निगम ने इस पर जल्द कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।