अंग्रेजों के जमाने के ऐतिहासिक इमारत वाली स्टेशन की अब बदलेगी तस्वीर

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रेल मंत्रालय के महत्वाकांक्षी ‘अमृत भारत स्टेशन ’ योजना में शामिल दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (एसईसीआर) मुख्यालय स्टेशन बिलासपुर का आने वाले 40-50 सालों में यात्रियों की संख्या के ध्यान में रखते हुए कायाकल्प की तैयारी चल रही है।
‘अमृत भारत स्टेशन’ योजना के तहत यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधा प्रदान करने के लिए गत अगस्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के 500 से अधिक रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास कार्य का शुभारंभ किया था। इन स्टेशनों में बिलासपुर का स्टेशन भी शामिल है। लगभग 28 एकड़ में फैले बिलासपुर स्टेशन को आने वाले 40 – 50 सालों के यात्रियों की संख्या को ध्यान में रखते हुए वृहद कार्ययोजना बनायी गयी है।
रेलवे देश की लाइफलाइन है और यात्री सेवा को सुलभ करने के लिए निरंतर नवीनतम तकनीक, सुविधाओं और बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाने की दिशा में देशभर के रेलवे स्टेशनों की कायापलट करने पर काम किया जा रहा है। शहरों की पहचान भी रेलवे स्टेशनों से जुड़ी होती है और बिलासपुर शहर का इतिहास बिलासपुर रेलवे स्टेशन महत्वपूर्ण रूप से जुड़ा हुआ है अमृत भारत स्टेशन योजना का मकसद सुविधाओं की शुरुआत के साथ मौजूदा सुविधाओं के अपग्रेडेशन पर भी काम करना है ।
योजना के तहत बिलासपुर शहर के दोनों किनारों पर उचित एकीकरण के साथ स्टेशन को सिटी सेंटर के रूप में विकसित करने तथा शहर को दोनों तरफ से जोड़ने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है । अंग्रेजो के जमाने की झलक दिखलाते स्टेशन भवन का डिजाइन छतीसगढ़ के स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुमकला से प्रेरित होगा और शहर की खूबसूरती को प्रदर्शित करेगी ।
रेलवे सूत्रों के मुताबिक वर्तमान में बिलासपुर स्टेशन से प्रतिदिन लगभग 65,800 यात्रियों का आवागमन हो रहा है, जबकि आने वाले 40 से 50 वर्षों में यात्रियों की संभावित संख्या के अनुरूप इसे विकसित किया जा रहा है । स्टेशन में प्रवेश और निकास के मार्ग अलग-अलग किया जा रहा है, जिससे यात्रियों को भीड़भाड़ का सामना नहीं करना पड़ेगा । काँन्कोर्स में एकसाथ लगभग 780 यात्रियों के बैठने के लिए 880 वर्ग मीटर वेटिंग एरिया की व्यवस्था रहेगी। वहीं 1300 से अधिक वाहनों के लिए लगभग 31 हजार वर्ग मीटर की पार्किंग एरिया का प्रावधान किया गया है । तीन नये फुट ओवर ब्रिज पहला स्टेशन प्रवेश के लिए जिसकी लंबाई 95.4 मीटर एवं चौड़ाई 6 मीटर, दूसरा स्टेशन से निकास के लिए जिसकी लंबाई 81.9 मीटर एवं चौड़ाई 6 मीटर तथा तीसरा स्टेशन प्रवेश के लिए एक और जिसकी लंबाई 99.9 मीटर एवं चौड़ाई 6 मीटर का प्रावधान किया गया है ।
उन्होंने बताया कि करीब 6000 वर्ग मीटर का काँन्कोर्स का प्रावधान किया गया है, जिसमें 1700 वर्ग मीटर का कमर्शियल एरिया होगा, जिसमें व्यवसायिक प्रतिस्ठान एवं दुकाने होगी । बुजुर्गों तथा दिव्यांग यात्रियों की विशेष सुविधा के लिए 31 लिफ्ट एवं 21 एस्केलेटर बनाए जाएंगे जिससे यात्रियों को एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म जाने में आसानी होगी । पार्सल सर्विस मूवमेंट को यात्री आवागमन एरिया से अलग कर एक नये भवन में शिफ्ट किया जायेगा तथा पार्सल गोदाम को वर्तमान के 300 वर्ग मीटर से बढ़ाकर लगभग 1100 वर्ग मीटर किया जायेगा। इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए क्लीन एनर्जी के महत्व को रेखांकित करते हुए स्टेशन की छतों पर 20500 वर्ग मीटर में 1200 किलोवाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र लगाया जायेगा। जल संरक्षण के दृष्टिगत स्टेशन भवन के 16 पिट्स में 97 हजार लीटर क्षमता के रेन वाटर हार्वेस्टिंग स्थापित किये जायेंगे ।

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