आखिर सीएम बघेल ने विधानसभा में क्यों कहा- अब हिसाब किताब बराबर, किसके तरफ था इशारा

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रायपुर. विधानसभा सत्र की शुरुआत के साथ ही छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को विधानसभा का अध्यक्ष चुन लिया गया है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने डॉ रमन सिंह का नाम विधानसभा अध्यक्ष के रूप में सामने रखा था जिसका समर्थन उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने किया। इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने विधानसभा अध्यक्ष के रूप में डॉ रमन सिंह का नाम रखा जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसका समर्थन किया। इस पर पांच प्रस्ताव रखे गए जिन पर सर्वसम्मति से पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को अध्यक्ष चुन लिया गया।

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नवीन विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह को शुभकामनाएं दी इन्हीं शुभकामनाओं के साथ  भूपेश बघेल ने कहा कि डॉ रमन सिंह को नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं इसी के साथ ही सभी नए और पुराने सदस्यों को भी बधाई। भूपेश बघेल ने कहा कि कई वर्षों और जिम्मेदारियां का आपको अनुभव रहा है। लोकसभा के सदस्य के साथ-साथ अपने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में आपका लंबा अनुभव रहा है भूपेश बघेल ने कहा कि सदन की परंपराएं बदलती रहती हैं।‌ नतीजा के बाद वह सोचते थे कि सदन में अकेले ही पूर्व मुख्यमंत्री होंगे लेकिन विष्णु देव साय जी के आने के बाद आपने मुझे अकेला रहने नहीं दिया। रमन सिंह ने कहा कि इस तरह से अब हिसाब बराबर हुआ। दरअसल हिसाब बराबर का तात्पर्य मुख्यमंत्री की कुर्सी और पूर्वमुख्यमंत्री को लेकर था।‌ इसीलिए भूपेश बघेल ने कहा कि अब इस सदन में मै अकेला उपमुख्यमंत्री नहीं हूं।

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