छत्तीसगढ़ में तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य शुरू हो चुका है. राज्य के 31 जिला वनोपज सहकारी यूनियन, 902 प्राथमिक वनोपज सहकारी सहकारी समितियों के माध्यम से तेंदूपत्ता संग्रहण और भंडारण कार्य जोरों पर है. इस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने खुशी जताई है और इसे तेंदूपत्ता संग्राहकों की जिंदगी में साकारात्मक परिवर्तन लाने वाला बताया है.
साय ने कहा कि राज्य में हरा सोना तेंदूपत्ता की खरीदी हमनें शुरू कर दी है, जिसके संग्रहण का कार्य जून प्रथम सप्ताह तक जारी रहेगा. मोदी की गारंटी में किए गए वादे के अनुसार हमारी सरकार 5500 रूपया प्रति मानक बोरा की दर से तेंदूपत्ता खरीद रही है। इससे राज्य के साढ़े बारह लाख तेंदूपत्ता संग्राहक परिवार, जिसमें अधिकांश आदिवासी परिवार हैं, उनकी जिंदगी में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। उन्होंने कहा कि 5500 रूपया प्रति मानक बोरा के साथ लाभांश राशि भी संग्राहक परिवार को देने की गारंटी हमारी सरकार ने दी है। इसके साथ ही संग्राहक परिवार के बच्चों को छात्रवृत्ति भी हमारी सरकार देगी।
अब तक कुल 275.77 लाख रुपए का भुगतान ऑनलाइन किया जा चुका है। ज्ञातव्य है कि भुगतान में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से साय सरकार द्वारा ऑनलाइन भुगतान के लिए एक सॉफ्टवेयर विकसित किया गया है, जिसके माध्यम से किया गया भुगतान सीधे संग्राहकों के खाते में पहुंचेगा.