प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व कांग्रेस की सरकार ने 1 नवंबर से 27 लाख से अधिक किसानों से प्रति क्विंटल 20 क्विंटल लगभग 2800 रु की कीमत में 135 लाख मैट्रिक टन धान खरीदी करने लक्ष्य तय किया था और इस दिशा में चुनाव आचार संहिता लागू होने के पहले ही किसानों को भुगतान हेतु राशि, बारदाना, ट्रांसपोर्टिंग और किसानों को टोकन देने की व्यवस्था किया था। जिसका ही परिणाम है आज 110 लाख मैट्रिक टन धान की खरीदी संभव हो सका है।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि चालू खरीफ सीजन में धान खरीदी में वर्तमान सरकार का कोई योगदान नहीं है, पूर्व सरकार के द्वारा की गई व्यवस्थाओं के चलते धान खरीदी हो रहा है। राज्य सरकार को धान खरीदी की तिथि में 2 महीने की बढ़ोतरी करना चाहिए। धान संग्रहण केन्द्रों में अभी किसानों को मांग अनुसार टोकन नहीं दिया जा रहा है बारदाना नहीं दिया जा रहा है कहीं-कहीं पर तौल को लेकर भी विवाद हो रहे हैं। ऐसा लगता है कि वर्तमान सरकार किसानों से धान खरीदना नहीं चाहती है इसलिए इस प्रकार की अव्यवस्था फैलाकर किसानों को धान बेचने से रोक रही है । सही मात्रा में किसानों से धान की खरीदी होगी तो इस बार धान खरीदी 135 लाख मीट्रिक टन से ऊपर होगा। अभी भी प्रदेश में लगभग 7 लाख से अधिक किसान धान नही बेच पाए है। जब तक प्रदेश के अंतिम किसान से धान की खरीदी नहीं हो जाती तब तक धान खरीदी होनी चाहिए।