हार के बाद बृहस्पत सिंह का फूटा गुस्सा

प्रादेशिक मुख्य समाचार

प्रदेश में कांग्रेस की करारी हार को लेकर दिल्ली में कोरग्रुप की बैठक से पहले राजधानी रायपुर में पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने कुमारी सैलजा और टीएस सिंहदेव पर करारा हमला बोला है. उन्होंने प्रदेश प्रभारी सैलजा पर बड़े नेताओं के हाथों बिकने का आरोप लगाते हुए राहुल गांधी से तत्काल उन्हें हटाने की मांग की है. चुनाव के बाद बृहस्पत सिंह ने तीखे आरोप लगाए. उन्होंने सीधे तौर पर कहा, बीजेपी को सत्ता में लाने का श्रेय टी. एस. सिंहदेव को जाता है. मेरी भाजपा से मांग है कि, इसके एवज में उन्हें राज्यपाल बनाया जाए.

बृहस्पत सिंह ने आगे कहा, छत्तीसगढ़ के बड़े नेताओं पर घमंड सिर चढ़कर बोल रहा था. कांग्रेस जिस पीएम को घेर रही थी, डिप्टी सीएम मंच से उनके लिए कह रहे थे. मोदी जी अच्छा काम कर रहे हैं. ऐसे में जनता और कांग्रेस कार्यकर्ता कैसे समर्थन करेंगे. पूरी पार्टी कहती रही कि, हमने 36 वादे पूरे किए और टीएस सिंहदेव बार-बार दोहराते रहे कि 12 वादे पूरे किए गए हैं. आगे उन्होंने कहा टी. एस. सिंहदेव पूर्णकालिक सीएम बनते तो कांग्रेस की वही हालत होती, जो पांच वर्ष पूर्व रमन सरकार की वजह से भाजपा की हुई. हम 15 में सिमट जाते.

आगे बृहस्पत सिंह ने यह भी कहा कि, संगठन का कामकाज पूरी तरह से पटरी से उतर चुका था. प्रदेश प्रभारी ऐसा लग रहा था टी. एस. सिंहदेव को प्रमोट करने आईं थीं. अंबिकापुर में वह हिरोइन की तरह कार में बैठकर फोटो खिंचवाईं, उस कार को टी.एस. सिंहदेव चला रहे थे. बृहस्पत सिंह ने सैलजा पर सीधा आरोप लगाया कि, प्रदेश प्रभारी टिकट वितरण के मामले में बिक चुकी थी. इसके पहले के प्रभारियों ने बहुत अच्छा काम किया था. मेरी राहुल जी से आग्रह है, मिलकर भी कहूंगा कि तत्काल प्रभारी को बदला जाए. तभी डैमेज कंट्रोल हो पाएगा.

कट गई थी टिकट

2018 विधानसभा चुनाव में रामानुजगंज से बृहस्पत सिंह चुनाव जीतकर आए थे, लेकिन इस बार उन्हें टिकट नहीं दिया गया था. उनके बदले डॉक्टर अजय तिर्की को टिकट दी गई थी. टिकट कटने के बाद ही बृहस्पत सिंह इसका जिम्मेदार टीएस सिंहदेव को ठहराया था. साथ ही कई गंभीर आरोप भी लगाए थे.

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