पिछले दो दिनों से जारी मूसलाधार बारिश से हाहाकार मच गया है। भारी बारिश की वजह से जगह-जगह से तबाही की खबरें आ रही हैं। सोलन में भूस्खलन की वजह से 7 लोगों की मौत हो गई और 3 लापता हैं। वहीं, राजधानी शिमला में भी भूस्खलन की वजह से बड़ा हादसा हो गया। समरहिल में शिव मंदिर पर पहाड़ टूटकर गिर पड़ा। मलबे में करीब दो दर्जन से अधिक लोग दब गए। अब तक 9 के शव बरामद किए गए हैं।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश कहर बनकर गिर रही है और आपदाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। राजधानी शिमला के उपनगर समरहिल में सोमवार सुबह बड़ा भूस्खलन हुआ है। इस घटना में प्राचीन शिव बाड़ी मंदिर ध्वस्त हो गया। हादसे में करीब दो दर्जन लोगों के दबे होने की आशंका है। इनमें एक परिवार के सात लोग शामिल हैं। राहत और बचाव दलों ने 9 शवों को मलबे से निकाला है। इनमें दो मासूम बच्चे हैं। 5 घायलों को भी बाहर निकाला गया है। शिमला के डीसी आदित्य नेगी और एसपी संजीव गांधी घटनास्थल पर मौजूद हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन का निरीक्षण कर रहे हैं।
यह मंदिर पहाड़ी के नीचे स्थित है और पहाड़ी से बार-बार हो रहे भूस्खलन से राहत कार्यों में बाधा आ रही है। भूस्खलन की घटना सुबह सवा सात बजे हुई। सोमवार का दिन होने के कारण लोग शिव बाड़ी मंदिर में माथा टेकने आए थे। उस दौरान मंदिर में भूस्खलन हो गया। घटनास्थल पर तबाही का मंजर देखकर हर कोई सिहर उठा। शिमला के एसपी संजीव गांधी ने बताया कि घटनास्थल से तीन शव बरामद हुए हैं। राहत कार्य जारी है। मलबे में कई लोग दबे हैं। इन्हें निकालने की कोशिशें जारी हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने घटना पर शोक जाहिर करते हुए कहा कि बारिश की वजह से भारी तबाही हुई है। उन्होंने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा, ‘पिछले 48 घंटे से चार जिलों में जिस प्रकार की बारिश हुई है उसने कहर बरपा रखा है। व्यास नदी में जलस्तर बहुत अधिक है। भूस्खलन की वजह से बहुत से लोगों की मौत की सूचना है। सुबह शिमला के मंदिर में हादसा हुआ। सुबह प्रसाद बनाने के लिए लोग एकत्रित हुए थे। अब तक 9 लोगों के शव मिले हैं। मैं खुद वहां हालात का जायजा लेने के लिए पहुंचा हूं। बारिश लगातार जारी है। जनजीवन अस्त-व्यस्त है। अगले 12 घंटे में बारिश थम सकती है। इसके बाद हम राहत और बचाव कार्य को और तेज कर पाएंगे।’ उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में बारिश हो रही है। जगह-जगह पेड़ गिरे हैं। सभी कर्मचारियों-अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य में जुटने को कहा गया है।