आईसीसी विश्व कप में अब तक अजेय भारतीय टीम रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ जीत का छक्का लगाने के इरादे से मैदान पर उतरेगी वहीं गत विजेता को सेमीफाइनल की दौड़ में बने रहने के लिये इस मैच को हर हाल में जीतना होगा।
2019 के चैंपियन इंग्लैंड के लिये मौैजूदा विश्व कप का सफर अब तक बेहद निराशाजनक रहा है,ऐसे में इंग्लैंड की कोशिश भारत के खिलाफ जीत हासिल कर खोये आत्मविश्वास को वापस पाने की होगी, हालांकि इसके लिये उन्हे कप्तान रोहित शर्मा और शानदार फार्म में चल रहे विराट कोहली पर काबू पाना होगा। इंग्लैंड के खिलाफ विराट का प्रदर्शन अब तक औसत रहा है मगर बदले हालात में विराट को रोकना गोरे गेंदबाजों के लिये आसान नहीं होगा वहीं विराट इस मैच में शतक लगाकर अपने आदर्श सचिन तेंदुलकर की बराबरी कर सकते हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम की पिच अब तक बल्लेबाजों के लिये मददगार साबित हुयी है, ऐसे में यहां रनो का अंबार लगने की पूरी संभावना है। पिछले मुकाबले में भारत की जीत में अहम भूमिका अदा करने वाले तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और इंग्लैंड के खिलाफ शानदार रिकार्ड रखने वाले रविचंद्रन अश्विन के अंतिम एकादश में शामिल किये जाने पर भी खेल प्रेमियों की नजर रहेगी। इसके अलावा लोकल ब्वाय कुलदीप यादव घरेलू दर्शकों की मौजूदगी में भारत के लिये तुरूप का इक्का साबित हो सकते हैं।
सिक्सर किंग रोहित शर्मा विश्वकप में विरोधी टीमों के लिये सिरदर्द साबित हुये हैं। आक्रामक बल्लेबाजी कर गेंदबाजों पर दवाब बनाने की उनकी रणनीति अब तक कमाल की रही है जिसके चलते मध्यक्रम के बल्लेबाजों को बेखौफ होकर खेलने का मौका मिल रहा है हालांकि इस विश्व कप में भारतीय मध्य क्रम की असली परीक्षा होनी अभी बाकी है। रोहित एंड कंपनी को अच्छी तरह पता है कि लगातार हार के बावजूद इंग्लैंड कभी भी वापसी कर सकता है,इसलिये वह इसे हल्के में लेने की भूल नहीं करेंगे।
इंग्लैंड का प्रदर्शन उनके बल्लेबाज रूट की बल्लेबाजी पर कुछ हद तक निर्भर करेगा। भारतीय उपमहाद्वीप की धीमी पिचों पर इस अंग्रेज बल्लेबाज का रिकार्ड अहम रहा है।
इकाना स्टेडियम की बात करें तो यहां लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम की सफलता का प्रतिशत कहीं ज्यादा है, ऐसे में अब तक रन चेज करने में सफल रही भारतीय टीम अगर टॉस जीतती है तो उसका चयन एक बार फिर पहले क्षेत्ररक्षण का होगा। वैसे भी शाम के समय इस मैदान पर ओस की भूमिका अहम रहने वाली है।