टीम इंडिया ने जब ब्रिसबेन टेस्ट मैच के चौथे दिन अपनी पारी की शुरुआत 51/4 से शुरू की तो पहली गेंद पर केएल राहुल आउट होने से बचे। हालांकि, केएल राहुल और रोहित शर्मा की जोड़ी दिन के पहले ही घंटे में टूट गई। दोनों के बीच 30 रनों की साझेदारी हुई और इसके बाद भारत की टीम पर फॉलोऑन बचाने का खतरा मंडराने लगा, जो कि हार के खतरे की भी निशानी था, क्योंकि अगर भारतीय टीम को इस मैच में दूसरी बार लगातार बल्लेबाजी करने के लिए आना पड़ता तो फिर ऑस्ट्रेलिया को जीत भी मिल सकती थी, क्योंकि कंडीशन बल्लेबाजी के लिए अनुकूल नहीं हैं। बारिश के कारण मैच दूसरी पारी के बीच पांचवें दिन तक पहुंच गया है।
हालांकि, रोहित के आउट होने के बाद केएल राहुल का साथ देने रविंद्र जडेजा आए। इन दोनों के बीच एक साझेदारी हुई, जिसने भारत की फॉलोऑन बचाने की उम्मीदों को जिंदा रखा। केएल राहुल 84 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद लगा कि अब शायद फॉलोऑन भी भारत नहीं बचा पाएगा। हालांकि, रविंद्र जडेजा ने युवा ऑलराउंडर नितीश रेड्डी के साथ मिलकर अर्धशतकीय साझेदारी की और टीम को 200 के करीब पहुंचाया। इस दौरान नितीश रेड्डी 16 रन बनाकर आउट हो गए। जडेजा का साथ देने के लिए अब सिर्फ गेंदबाज थे। जडेजा चांस भी ले रहे थे और उनको ये भी देखना था कि मिचेल स्टार्क जैसे गेंदबाजों का सामना मोहम्मद सिराज या बुमराह को ना करना पड़ा।
इस बीच मोहम्मद सिराज और फिर जडेजा आउट हो गए। स्कोर 213 पर 9 विकेट था। मैदान पर आखिरी जोड़ी जसप्रीत बुमराह और आकाश दीप थी। दोनों ने धीमे-धीमे इक्का-दुक्का रन लेने शुरू किए। कुछ चौके भी आए। एक छक्का भी बुमराह ने जड़ा और देखते ही देखते भारत ने उस 33 रनों के पड़ाव को पार कर लिया, जो टीम इंडिया को फॉलोऑन टालने के लिए चाहिए थे। बुमराह और आकाश ने मिलकर 33 रन बनाए और फिर आकाश ने भी एक लंबा छक्का जड़ा। इसके बाद रोशनी खराब हो गई और मैच को रोकना पड़ा। भारत का स्कोर ऑस्ट्रेलिया के 445 रनों के जवाब में 252/9 है।