अमेरिकी ओपन की हार ने ‘गहरा प्रभाव’ छोड़ा : सिंधु

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नयी दिल्ली, अमेरिकी ओपन में क्वार्टरफाइनल की हार ने भले ही पीवी सिंधु को झकझोर दिया हो, लेकिन शीर्ष भारतीय शटलर ने यह सीज़न शानदार प्रदर्शन के साथ खत्म करने का वचन उठाया है।
सिंधु ने सोमवार को ट्वीट किया, “ इस हार ने मुझ पर एक गहरा भावनात्मक प्रभाव छोड़ा है, खास तौर पर मेरे लिये इस चुनौतीपूर्ण वर्ष को देखते हुए। प्रत्येक सफल टूर्नामेंट के बाद हार का अनुभव करना निराशाजनक है। मैं अपनी भावनाओं को अपने प्रयासों को दोगुना करने और वर्ष के शेष भाग को वास्तव में उल्लेखनीय बनाने का संकल्प लेती हूं।”
उल्लेखनीय है कि अगस्त 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतने के दौरान सिंधु के टखने में स्ट्रेस फ्रैक्चर हुआ था, जिसके कारण उन्हें पांच महीने कोर्ट से दूर रहना पड़ा। चोट से वापसी करने के बाद सिंधु रंग में नजर नहीं आयीं और आधे से ज़्यादा सीज़न गुज़र जाने के बाद भी वह कोई खिताब नहीं जीत सकी हैं। अमेरिकी ओपन के क्वार्टरफाइनल में सिंधु को चीन की गाओ फांग जी के हाथों हार मिली।
सिंधु ने ट्वीट किया, “मेरी अमेरिकी ओपन यात्रा क्वार्टरफाइनल में समाप्त हुई, जहां मेरा सामना प्रतिभाशाली गाओ फांग जी से हुआ। पहले उसे कनाडा (ओपन) में हराने के बावजूद, इस बार उसने मेरी कमजोरियों का प्रभावी ढंग से उपयोग करते हुए मुझे सीधे सेटों में हरा दिया”
उन्होंने कहा, “मुझे पूरी तरह से तैयार रहने और प्रभावशाली प्रदर्शन करने के लिये उसकी सराहना करनी होगी। अगली बार जब मैं गाओ का सामना करूंगी, तो संघर्ष कड़ा होना चाहिये।’
सिंधु ने बीते सप्ताह कनाडा ओपन जीतकर अमेरिकी ओपन के सेमीफाइनल तक सफर करने के लिये अपने हमवतन लक्ष्य सेन की भी प्रशंसा की। सिंधु ने कहा, “मैं लक्ष्य के लिये अपनी खुशी व्यक्त करना चाहती हूं, जो कठिनाइयों का सामना करने के बावजूद असाधारण प्रदर्शन कर रहा है। उसके दमदार प्रदर्शन को देखना वास्तव में प्रेरणादायक रहा है।”
सिंधु अब इस सप्ताह येओसु में कोरिया ओपन सुपर 500 टूर्नामेंट और उसके बाद जापान ओपन में प्रतिस्पर्धा करेंगी।
उन्होंने लिखा, “मैं कोरिया और जापान में आगामी प्रतियोगिताओं का उत्सुकता से इंतजार कर रही हूं। मैं जहां भी जाऊंगी, भारतीय प्रशंसकों के अटूट समर्थन और प्रोत्साहन से प्रेरित होकर आगे बढ़ना जारी रखूंगा। आपका समर्थन मेरे लिये बहुत मायने रखता है, और मैं इसके लिए बहुत आभारी हूं।”

सिंधु फरवरी में दोहा में बैडमिंटन एशिया मिश्रित टीम चैंपियनशिप में भारत की कांस्य पदक जीत का हिस्सा थीं, लेकिन इस साल कुछ विश्व टूर स्पर्धाओं में हिस्सा नहीं ले सकी हैं। इस साल उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन अप्रैल में मैड्रिड मास्टर्स सुपर 300 इवेंट में आया जहां उन्होंने रजत पदक जीता था।

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