नई दिल्ली, रोहित शर्मा और विराट कोहली का टेस्ट करियर क्या नए साल के पहले सप्ताह में खत्म हो सकता है? इसका जवाब काफी हद तक हां कहा जा सकता है। इसके पीछे एक नहीं, बल्कि कई कारण है। उन कारणों के बारे में जान लीजिए कि आखिरकार हिटमैन रोहित शर्मा और रन मशीन कोहली के साथ समस्या क्या है? रोहित शर्मा इस समय टेस्ट और वनडे टीम के कप्तान हैं, लेकिन उनसे टेस्ट कप्तानी छिनने और टीम से ड्रॉप किए जाने का खतरा मंडरा रहा है। वहीं, विराट कोहली को भी टेस्ट टीम से ड्रॉप किया जा सकता है।
सबसे पहले बात कप्तान रोहित शर्मा की करते हैं, जो पिछले 9 मैचों की 17 पारियों में 164 रन बना पाए हैं। उन्होंने एक अर्धशतक इस दौरान जड़ा है। ये आंकड़े किसी भी बड़े बल्लेबाज को टीम से बाहर करने के लिए काफी हैं। अगर इन आंकड़ों वाला कोई बल्लेबाज कप्तान है तो उसकी कप्तानी देखी जाएगी, लेकिन कप्तानी के तौर पर भी रोहित शर्मा फेल रहे हैं। पिछले 6 में से 5 मैच वे हार गए हैं। एक मैच ड्रॉ रहा है।
ऐसे में कप्तानी के साथ-साथ उनको टीम से भी हटा जा सकता है। ऐसे में उनके पास विकल्प यही है कि वे टेस्ट क्रिकेट से भी रिटायरमेंट ले लें, क्योंकि वे अप्रैल 2025 में 38 साल के हो जाएंगे। फिटनेस भी उनकी इस समय उतनी अच्छी नहीं है। ऐसे में उनके लिए सिडनी में 3 से 7 जनवरी के बीच खेला जाने वाला बीजीटी का आखिरी टेस्ट उनके टेस्ट करियर का आखिरी मुकाबला हो सकता है।
वहीं, अगर बात विराट कोहली की करें तो फॉर्म उनकी भी खराब है। इस दौरे पर एक शतक को छोड़ दें तो बाकी पारियों में उन्होंने निराश ही किया है। पिछले 9 मैचों में 17 पारियों में 359 रन बनाए हैं। विराट के भले ही रोहित से रन ज्यादा हैं, लेकिन वे इस तरह की क्रिकेट खेलने के लिए नहीं जाने जाते। उनसे ज्यादा रनों की उम्मीद की जाती है। वे भी 36 साल के हैं, लेकिन उनकी फिटनेस अच्छी है। हालांकि, उनकी कमजोरी ऑफ साइड की गेंदों पर बल्ला चलाना है।
ऐसे में फॉर्म को देखते हुए उन पर टीम से बाहर होने का दबाव है। इनफॉर्म खिलाड़ी बाहर बैठे हैं। ऐसे में शायद सिडनी टेस्ट उनका आखिरी मुकाबला इस फॉर्मेट में हो सकता है। हालांकि, अभी कुछ आधिकारिक नहीं कहा जा सकता। पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने तो कहा है कि फिटनेस को देखते हुए वे 2-3 साल आराम से खेल सकते हैं। हालांकि, समस्या उनके साथ फॉर्म की है।