नयी दिल्ली. केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि विकसित भारत की संकल्पना रोगग्रस्त होकर नहीं की जा सकती ,इसीलिए यह बहुत ज़रूरी है कि देश का हर नागरिक स्वस्थ रहे।
श्री शाह ने शनिवार को यहां विश्व यकृत (लीवर) दिवस के अवसर पर यकृत एवं पित्त विज्ञान संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री देश के सामने आज़ादी की शताब्दी के समय 2047 में एक विकसित भारत की रचना करने का लक्ष्य रखा है जो हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो और विश्व का नेतृत्व करे। उन्होंने कहा कि विकसित भारत की संकल्पना रोगग्रस्त होकर नहीं की जा सकती और इसीलिए ये बहुत ज़रूरी है कि हर नागरिक स्वस्थ रहे।
उन्होंने कहा कि आज विश्व यकृत दिवस के अवसर पर पूरे देश की जनता को अपने यकृत के प्रति सजग, प्रयत्नशील और पूरी जानकारी के साथ यकृत को स्वस्थ रखने का संकल्प लेना चाहिए।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि संस्थान ने एक विशेष योजना का शुभारंभ किया है और यह अभिनव पहल यकृत को स्वस्थ रखने के प्रति देश में जागरूकता फैलाने में सफल होगी। उन्होंने कहा कि वेदों में कहा गया है कि आहार ही औषधि है और आज इस थीम को स्वीकार कर पूरा विश्व आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि 2014 से 2025 तक 11 साल में मोदी सरकार ने हॉलिस्टिक दृष्टिकोण के साथ देश के नागरिकों को स्वस्थ बनाने के अनेक कार्यक्रम चलाए हैं। उन्होंने कहा कि आयुष मंत्रालय एक ऐसी पद्धति विकसित करने का काम कर रहा है जिससे हम बीमार ही न हों। उन्होंने कहा कि आज बड़े-बड़े एलोपैथिक अस्पताल भी अपने यहां आयुष का विंग खोल रहे हैं। विश्व योग दिवस की कल्पना में ही व्यक्ति के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को समाहित किया गया था।
