अभाविप ने प्रधान से की नीट-यूजी परीक्षा मामले की सीबीआई जांच की मांग

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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) केंद्रीय शिक्षा धर्मेंद्र प्रधान से राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) की ओर से आयोजित राष्ट्रीय पात्रता सह-प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी 2024) को लेकर उठ रहे सवालों की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने और दोषियों के खिलाफ शीघ्रता से कार्रवाई करने की मांग की है।
अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र सोलंकी और शिवांगी खरवाल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को यहां श्री प्रधान से मुलाकात की और एनटीए द्वारा आयोजित नीट-यूजी 2024 के आयोजन की प्रक्रिया और परिणामों में गड़बड़ी पर उठ रहे प्रश्नों की सीबीआई से जांच करा संलिप्त दोषियों पर शीघ्रता से कार्रवाई करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।
गौरतलब है कि इस परीक्षा के आयोजन में देश के विभिन्न हिस्सों में अनियमितता दिखी और कुछ केंद्रों पर सॉल्वर और प्रश्न पत्र बाटने जैसी घटनाएं सामने आई। अभाविप ने विद्यार्थियों की ओर से उठाई जा रही उचित मांगों का समर्थन किया है और इस समस्या के शीघ्र निवारण की मांग की है।
भारत के शीर्ष चिकित्सा संस्थानों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाने वाली नीट-यूजी परीक्षा की प्रक्रिया और परिणामों में शुचिता तथा पारदर्शिता को लेकर विद्यार्थियों के बीच संशय है। परीक्षा के आयोजन के दौरान भी कई गड़बड़ी पाई गई थी।
अभाविप के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान श्री प्रधान ने यह आश्वासन दिया है कि संबंधित विषय में किसी भी छात्र के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा और प्रकरण में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनपर विधि के अनुसार दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री डॉ. सोलंकी और सुश्री खरवाल ने कहा,” विद्यार्थियों के बीच नीट-यूजी परीक्षा के आयोजन और परीक्षा परिणामों में अनियमितता को लेकर संदेह के स्थिति बनी हुई है। अभाविप विद्यार्थियों की इस मांग के साथ है और संबंधित प्रकरण में सीबीआई से जांच करा दोषियों पर शीघ्रता से कार्रवाई किए जाने हेतु मांग करती है। एनटीए जैसी प्रमुख परीक्षा एजेंसी द्वारा आयोजित होने वाली परीक्षा इस प्रकार की गड़बड़ी उसकी अक्षमता को दर्शाती है, ऐसे में भविष्य में कोई भी गड़बड़ी न हो इसके हेतु अभाविप इसकी कार्यप्रणाली को फूलप्रूफ बनाने की भी मांग करती है।”
अभाविप के आयाम मेडिविजन के राष्ट्रीय संयोजक डॉ अभिनंदन बोकरिया ने कहा, “एनटीए द्वारा परीक्षा से पूर्व समीक्षा करनी चाहिए थी, जिससे इस प्रकार की गड़बड़ी सामने न आतीं। नीट जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा जिसके लिए चिकित्सा क्षेत्र में रुचि रखने वाले विद्यार्थी कड़ी मेहनत करते है, ऐसी प्रमुख परीक्षा में गड़बड़ी विद्यार्थियों की वैध अपेक्षा के साथ खिलवाड़ है। अभाविप संबंधित प्रकरण में दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई की मांग करती है।”

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