और उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती प्रधानमंत्री पद के लिए प्रमुख दावेदार होंगे।
शरद पवार ने कहा, ‘प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेंद्र मोदी गुजरात के चीफ मिनिस्टर थे। मेरी राय में चूंकि एनडीए के स्पष्ट बहुमत पाने की संभावना कम है, ऐसे ममता बनर्जी, चंद्रबाबू नायडू और मायावती पीएम पोस्ट के लिए बेहतर विकल्प हैं।’ पवार ने उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया जिसमें उनके हवाले से कहा जा रहा था कि मायावती, ममता और नायडू पीएम पद के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अपेक्षा ज्यादा अच्छे दावेदार हैं।
बता दें कि एक सप्ताह पहले जब नायडू और पवार मुंबई में थे, तब टीडीपी चीफ ने कहा था कि वह पीएम पद की ओर नहीं देख रहे हैं। नायडू ने कहा कि उनका मुख्य लक्ष्य लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराना है।
उन्होंने कहा, ‘सभी मोर्चों पर सरकार के असफल होने को देखते हुए मैं यह महसूस करता हूं कि बीजेपी की कम से कम 100 सीटें कम होंगी। एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिलना मुश्किल होगा। हमें प्रधानमंत्री पद के लिए नए विकल्पों पर विचार करना होगा।’
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वह इस शीर्ष पद की दौड़ में शामिल नहीं हैं। पवार ने कहा, ‘एनसीपी केवल 22 सीटों पर लड़ रही है। यदि हम 22 सीटें भी जीतते हैं तो भी सरकार बनाने के लिए जरूरी आंकड़े तक नहीं पहुंच पाएंगे। पीएम बनने के बारे में सोचना भी तर्कहीन होगा।’ उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि एनडीए के फेल होने पर भले ही कोई महागठबंधन न हो लेकिन गैर-एनडीए दलों को एकजुट करने में पवार की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
‘मोदी को सत्ता से बाहर रखने के लिए पवार सभी बीजेपी विरोधी पार्टियों को एकजुट कर सकते हैं। ममता बनर्जी और मायावती पीएम पद के दावेदारों में शामिल हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा, हम इस बात से आश्चर्यचकित नहीं होंगे कि शिवसेना भी उनके प्रस्ताव को अपना समर्थन दे दे।’