केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के दूसरे पर्वतारोहण अभियान ‘विजय’ के सदस्यों का 21 हजार 625 फुट ऊंची चोटी मणिरंग को फतह करके लौटने पर शनिवार को स्वागत किया।
गृह मंत्री ने आज यहां आपदा प्रबंधन उपकरण और फोटो प्रदर्शनी का भ्रमण भी किया। इस प्रदर्शनी में बल के कर्मचारियों द्वारा अभियानों में प्रयोग किए जाने वाले अत्याधुनिक उपकरणों और तकनीकों को दर्शाया गया है। भारत और तुर्की में आपदा प्रबंधन अभियानों में शामिल रहे बचाव दलों के प्रतिनिधियों ने गृह मंत्री को प्रदर्शनी के बारे में बताया। गृह मंत्री ने बाढ़ के दौरान बचाव अभियान, भूस्खलन, ढांचों के मलबे में खोज एंव बचाव अभियान, कैमिकल बायोलॉजिकल रेडियोलॉजिकल न्यूक्लियर रिस्पॉंस मैकेनिज़्म (सीबीआरएरन), पर्वत बचाव अभियान, बोरवैल बचाव अभियान और तूफान प्रतिक्रिया आदि के बारे में विस्तार से जानकारी ली। इस अवसर पर केन्द्रीय गृह सचिव और बल के महानिदेशक सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
श्री शाह ने मणिरंग पर सफल अभियान के लिए बल के जवानों की सरहना करते हुए कहा कि इतनी ऊंचाई पर जाने के लिए अदम्य साहस दिखाने का फैसला करने वाले जवानों के ऐसे कठिन अभियानों से व्यक्ति और बल दोनों की कार्यकुशलता में वृद्धि होती है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कठिन अभियानों से लक्ष्य को सिद्ध करने, विजय प्राप्त करने और अकल्पनीय कठिनाइयों को पार कर लक्ष्य तक पहुंचने की आदत पड़ती है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि इस अभियान में कुछ जवानों ने सफलता प्राप्त की है लेकिन सही मायनों में यह पूरे बल की सफलता है। इन जवानों ने सिर्फ मणिरंग पर्वत की ऊंचाई पर विजय प्राप्त नहीं की है, बल्कि पूरे बल के हौंसले को बढ़ाने का काम किया है। गृह मंत्री ने कहा कि पर्वतारोहण सिर्फ एक कौशल नहीं है, बल्कि जीवन जीने की कला है और इस कला को सिद्धहस्त करना पूरे जीवन के लिए एक शिक्षा बनता है। उन्होंने अभियान ‘विजय’ में सफलता हासिल करने वाले 35 जवानों और बल के महानिदेशक को इस शानदार उपलब्धि के लिए बधाई दी।