सालों बाद बन रहा शरद पूर्णिमा, चंद्र ग्रहण और गजकेसरी योग का दुर्लभ संयोग

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सभी साल का आखिरी व दूसरा चंद्र ग्रहण 28 व 29 अक्टूबर 2023 की रात को लगेगा। खास बात यह है कि यह चंद्र ग्रहण भारत में नजर आएगा। हिंदू पंचांग के अनुसार, सालों बाद शरद पूर्णिमा और गजकेसरी योग में चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। इस दुर्लभ ज्योतिष घटना का सभी 12 राशियों पर प्रभाव पड़ेगा, लेकिन चार राशियां ऐसी हैं जिन्हें यह संयोग लाभ प्रदान करेगा। जानें इन राशियों के बारे में-

वृषभ राशि: ग्रहण के प्रभाव से आपकी प्रोफेशनल लाइफ में चल रही परेशानियों से छुटकारा मिलेगा। लंबे समय से लंबित कार्यों में गति आएगी और वे पूर्ण होंगे। आपके करियर में तरक्की होगी। साथ ही कार्यस्थल पर वेतन और पद में भी वृद्धि होने की संभावना है।

मिथुन राशि: चंद्र ग्रहण के प्रभाव से आपकी सेहत में सुधार होगा। आपको उस बीमारी से राहत मिलेगी जो आपको लंबे समय से परेशान कर रही थी। साथ ही मानसिक तनाव भी कम होगा। घरेलू खर्चों में कमी आने से आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। आय के नए मार्ग बनेंगे।

कन्या राशि: चंद्र ग्रहण के दिन जो संयोग बनने जा रहा है उसका लाभ कन्या राशि के जातकों को भी मिलने वाला है। इस योग के प्रभाव से आपका भाग्य साथ देगा और आपको नौकरी में नए अवसर मिलेंगे। पहले से किया गया निवेश लाभ देगा। आपकी संपत्ति में निवेश से लाभ होगा।

कुंभ राशि: कुंभ राशि वालों के लिए यह योग 28 अक्टूबर से अच्छा समय शुरू कर सकता है। जीवन के हर पहलू में आपको अच्छे परिणाम मिलेंगे। प्रोफेशनल और व्यापारियों को लाभ मिलने की संभावना है। इसके साथ ही आपको नौकरी में पदोन्नति की संभावनाएं भी हैं। घर में सुख-शांति बनी रहेगी। परिवार के साथ अच्छा समय व्यतीत करेंगे।

भारत में चंद्र ग्रहण कितने बजे से शुरू होगा और कब खत्म होगा: भारतीय समयानुसार (नई दिल्ली) में चंद्र ग्रहण 29 अक्टूबर को सुबह 01 बजकर 06 मिनट से प्रारंभ होगा और 02 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगा। चंद्र ग्रहण का सूतक काल 28 अक्टूबर 2023 को दोपहर 02 बजकर 52 मिनट पर प्रारंभ हो जाएगा। चंद्र ग्रहण का सूतक काल ग्रहण से 09 घंटे पूर्व प्रारंभ हो जाता है।

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