रूस से जंग में यूक्रेन में सैनिकों की कमी, अब कैसे लड़ेगा जेलेंक्सी का देश?

अंतर्राष्ट्रीय मुख्य समाचार

रूस और यूक्रेन के बीच जंग को 2 साल से ज्यादा वक्त हो चुके हैं. रूस ने यूक्रेन पर जब आक्रमण की शुरुआत की थी तब लगा था कि रूसी सेना थोड़े ही दिनों में इस जंग को जीत लेगी, लेकिन यूक्रेनी सैनिकों ने अमेरिका, नाटों की सैन्य मदद से इस लड़ाई को बड़ी ही बहादुरी के साथ लड़ा है.

रूसी सेना ने तीसरे साल में यूक्रेन के कई इलाकों पर अपना कब्जा जमा लिया है और यूक्रेन को अब सैनिकों की कमी का सामना करना पड़ रहा है.

नाटों की एक रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि यूक्रेन के पास सैनिकों की भारी कमी हो गई है. रिपोर्ट के मुताबिक देश के पास जंग के मैदान में महज 50 हजार से 70 हजार ही एक्टिव सोल्जर बचे हैं. वहीं रूस ने इस जंग में करीब 5 लाख सैनिकों को जंग में उतार रखा है. ये सैनिक यूक्रेन के इलाकों में तैनात है और लगातार आगे बढ़ रहे हैं.

दो लाख सैनिकों की जरूरत

जंग में रूस के सैनिकों की मौजूदगी यूक्रेनी सैनिकों से कई गुना ज्यादा है. इसके अलावा यूक्रेन के पास गोला बारूद की भी भारी कमी है. अमेरिका और कई यूरोपीय देशों ने यूक्रेन की इस मांग को पूरा करने की बात कही है. लेकिन रूस की विशाल सेना के मुकाबले सब नाकाफी पड़ रहा है. खबरों के मुताबिक को इस साल के अंत तक यूक्रेन को करीब 2 लाख सैनिकों की जरूरत है.

जबरन किया जा रहा फौज में शामिल

यूक्रेन सरकार इस कमी को पूरा करने के लिए आम नागरिकों को जबरदस्ती सेना में भर्ती कर रही है. सरकार ने सेना में भर्ती होने की उम्र 27 से घटाकर 25 साल कर दी है. फैसले के बाद एक 25 साल के यूक्रेनी नौजवान ने NBC से कहा कि मुझे अपने देश से प्यार है, मैं यूक्रेनी सेना को दान देता हूं. लेकिन दुर्भाग्य से सेना की फ्रंट लाइन में लड़ने के लिए बहुत तैयार नहीं हूं क्योंकि मेरे पास अनुभव नहीं है और मैं शायद किसी को मारने के लिए तैयार नहीं हूं, भले ही वह कोई रूसी ही क्यों न हो.

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *